Cyber Crime News: मई में होनी थी शादी, इससे पहले पुलिस के हत्थे चढ़ा साइबर ठगों को सिम पहुंचाने वाला एजेंट
देवघर साइबर थाना की पुलिस ने साइबर ठगों को सिम कार्ड पहुंचाने वाला एक कमीशन एजेंट को गिरफ्तार किया है. एक युवती ने फेसबुक पोस्ट को लेकर साइबर थाने में शिकायत की थी. इसी के आधार पर कार्रवाई हुई. गिरफ्तार एजेंट का मई माह में शादी होने वाला था.
Jharkhand Cyber Crime News: देवघर साइबर थाना की पुलिस ने बंगाल से थोक में मोबाइल सिम खरीदारी कर साइबर ठगों को मुहैया कराने वाले एक कमीशन एजेंट को रंगेहाथ पकड़ा है. आरोपी युवक का नाम मनीष कुमार (पिता मनोरंजन कुमार मंडल) है. पुलिस ने मोहनपुर थाना क्षेत्र के बांक गांव स्थित मनीष के घर पर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार किया है. पूछताछ के बाद स्वास्थ्य जांच कराकर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. बताया जाता है कि एक मई को मनीष की शादी होने वाली थी. शादी की तैयारियां चल रही थी.
युवती की शिकायत पर पुलिस ने की कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, मनीष के बारे में फेसबुक पोस्ट को लेकर एक युवती ने साइबर थाना में लिखित आवेदन दिया था, जिसके बाद कार्रवाई करते हुए साइबर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. छापेमारी के दौरान मनीष के पास से पुलिस ने एक मोबाइल, छह फर्जी सिम कार्ड और एक डेबिट कार्ड भी बरामद किया है. उस नंबर से साइबर क्राइम करने के कई साक्ष्य मिले हैं. यह जानकारी साइबर थाना के एसआइ सुनील कुमार सिंह ने दी.
मनीष के साथियों की जानकारी प्राप्त करने में जुटी पुलिस
उन्होंने बताया कि युवक के मोबाइल से मिले साक्ष्य के अनुसार विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी तथा विभिन्न कंपनियों की वेबसाइट में टेक्निकल छेड़छाड़ कर लाभुकों व संस्था के यूजर को अपने झांसे में लेकर ठगी करता था. उन्होंने यह भी बताया कि साइबर ठगी करने के कई सबूत भी जब्त मोबाइल से मिले हैं. पुलिस साइबर अपराध में संलिप्त मनीष के साथियों की जानकारी इकट्ठा करने में जुटी है.
Also Read: झारखंड : देवघर में मास्टर ट्रेनर सहित 6 साइबर क्रिमिनल्स चढ़ा पुलिस के हत्थे, ऐसे करता था ठगी
बंगाल की सीमावर्ती इलाके से लाये थे 30 सिम कार्ड, ठगों को दो-दो हजार में बेचा
जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार मनीष कुमार ने पुलिस को यह बताया है कि वह पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती इलाके से थोक के भाव मे 30 सिम खरीद कर लाया था. दो-दो हजार में साइबर अपराध से जुड़े लोगों को मुहैया कराया था. बदले में उसे कमीशन की मोटी रकम भी मिलती थी. मनीष ने अपने क्षेत्र के कई साथियों के नाम भी बताये हैं.