साहिबगंज में सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज, देवघर तीसरे स्थान पर, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की रिपोर्ट
संताल परगना में पहले स्थान पर साहेबगंज जिला है, जहां अबतक 209 डेंगू व चिकनगुनियां के मरीज पाये गये हैं. दूसरे स्थान पर दुमका जिला है, जहां अबतक डेंगू व चिकनगुनिया के 56 मरीज मिले है.
राज्य में डेंगू व चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इसमें संताल परगना भी शामिल है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रतिदिन जारी रिपोर्ट के अनुसार जनवरी 2023 से चार अक्टूबर 2023 तक संताल परगना में डेंगू व चिकुनगुनिया के 315 मरीजों की पुष्टि की गयी है. रिपोर्ट के अनुसार, संताल परगना में पहले स्थान पर साहेबगंज जिला है, जहां अबतक 209 डेंगू व चिकनगुनियां के मरीज पाये गये हैं. दूसरे स्थान पर दुमका जिला है, जहां अबतक डेंगू व चिकनगुनिया के 56 मरीज मिले है. जबकि तीसरे नंबर पर देवघर जिला में 27, चौथे स्थान पर पाकुड़ जहां 16 और पांचवें स्थान पर गोड्डा जिला हैं, जहां 07 डेंगू व चिकनगुनिया के मरीजों की पुष्टि की गयी है.
जामताड़ा में अबतक नहीं हुई एक भी सैंपलिंग
जामताड़ा जिले में जनवरी 2023 से अबतक डेंगू व चिकनगुनिया के एक भी संदिग्ध मरीज नहीं मिले हैं. रिपोर्ट के अनुसार, जिले से एक भी सैंपल कलेक्ट नहीं किये गये हैं. इससे पता चलता है कि, जामताड़ा जिले में डेंगू व चिकनगुनिया को लेकर जिले का स्वास्थ्य महकमा कितना गंभीर है.
संताल परगना में अबतक 1,580 संदिग्ध मरीजों की पहचान
डेंगू व चिकनगुनिया मरीजों की पुष्टी संदिग्ध मरीजों के ब्लड सैंपल की आइजीएम एमएसी एलाइजा जांच और एनएस वन एंटीजन एलाइजा जांच के बाद ही पॉजिटिव की पुष्टि की जाती है. विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, संताल परगना में अबतक डेंगू व चिकनगुनिया के अबतक 1,580 संदिग्ध मरीजों की निजी क्लिनिकों व अस्पताल से की गयी थी. इनकी रिपोर्ट विभाग को मिली. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से अबतक 1580 संदिग्धों में से 1,468 लोगों का ब्लड सैंपलिंग कराते हुए जांच कराया गया, जिसमें 315 लोगों को डेंगू व चिकनगुनिया के पॉजिटिव पाये गये हैं.
जनवरी से चार अक्टूबर तक का रिर्पोट
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जिला – संदिग्ध – सैंपलिंग – पॉजिटिव
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देवघर – 374 – 262 – 27
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दुमका – 375 – 375 – 56
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गोड्डा – 22 – 22 – 07
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साहेबगंज – 770 – 770 – 209
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पाकुड – 39 – 39 – 16
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जामताड़ा – 00 – 00 – 00
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क्या कहते हैं पदाधिकारी
सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि सीएचसी से लेकर अस्पताल तक इलाज के लिए बेड, दवा समेत अन्य सारी व्यवस्थाएं रखने का निर्देश दिया गया है. साथ ही जांच करने की व्यवस्था दुरूस्त रखने को कहा गया है. विभाग निरोधात्मक कार्यवाही करते रहे और लोगों को जागरूक करने को कहा गया है.
डॉ वीरेंद्र प्रसाद सिंह, निदेशक प्रमुख, स्वास्थ्य सेवा