झारखंड ई-रिक्शा गरिमा योजना देवघर में फ्लॉप, पांच साल में मात्र 13 लोगों ने ली ई-रिक्शा
झारखंड ई-रिक्शा गरिमा योजना देवघर शहरी क्षेत्र में फ्लॉप, ई-रिक्शा लेने में लेने में रूचि नहीं
देवघर : झारखंड ई-रिक्शा गरिमा योजना देवघर शहरी क्षेत्र में फ्लॉप साबित हो रही है. सब्सिडी पर मिलने वाली ई-रिक्शा लेने में देवघर के लोग रूचि नहीं ले रहे हैं. पांच साल में मात्र 13 लोगों ने ही ई-रिक्शा लिया, जबकि कुल 50 लोगों के बीच ई-रिक्शा बांटना था. अभी भी 65 लाख की राशि नगर निगम के खाते में पड़ी है. दरअसल, निगम की ओर से देवघर शहरी क्षेत्र के बेरोजगारों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक बार फिर ई-रिक्शा योजना से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
इसके लिए निगम ने एक बार फिर विज्ञापन निकाला है. इसमें शहरी क्षेत्र के लोगों को 75 प्रतिशत सब्सिडी के साथ ई-रिक्शा लेने को कहा जा रहा है. नगर आयुक्त शैलेंद्र कुमार लाल ने बताया कि झारखंड ई-रिक्शा गरिमा योजना बेरोजगारों के लिए वरदान है. इससे होनेवाले लाभ नहीं समझ पा रहे हैं.
37 लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए ई-रिक्शा दिया जा रहा है. इसमें लाभुक को मात्र 25 प्रतिशत राशि ही देना है. शेष 75 प्रतिशत राशि सरकार दे रही है. लोगों को एक बार फिर जोड़ने के लिए विज्ञापन निकाला गया है.
प्रधानमंत्री ने दो और सांसद ने बांटे थे आठ ई-रिक्शा :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो अक्तूबर 2015 को दुमका में आयोजित कार्यक्रम में देवघर के दो लाभुकों को ई-रिक्शा अपने हाथों से दिये थे, जबकि 11 अक्तूबर को सांसद निशिकांत दुबे ने देवघर नगर निगम कार्यालय में आठ लाभुकों को ई रिक्शा बांटे थे. तीन लाभुकों ने बाद में निगम से लिया था.
37 लाभुकों के लिए पड़ा है फंड :
अभी भी 37 लाभुकों को ई रिक्शा देने के लिए निगम के खाते में फंड पड़ी है. पिछले पांच साल से ई रिक्शा के मद में 65,74800 राशि पड़ी हुई है. इस बार निकाले गये विज्ञापन में कुल 37 लोगों को 75 प्रतिशत की सब्सिडी में ई रिक्शा दी जायेगी. लाभुक को मात्र 25 प्रतिशत की राशि देनी पड़ेगी.
posted by : sameer oraon