देवघर : देवघर में झारखंड व केंद्र सरकार द्वारा संचालिच पेंशन योजनाओं का लाभ 60 कम उम्र वाले लोग भी ले रहे हैं. इसकी सूचना मिलने के बाद डीसी ने ऐसे लोगों से रिकवरी करने का निर्देश दिया है. बता दें कि सामाजिक सुरक्षा कोषांग की सूचना के बाद डीसी के निर्देश पर जिले में कराये गये डोर टू डोर इसका भौतिक जांच में अब तक 50 ऐसे फर्जी पेंशनधारी मिले हैं, जिनकी उम्र 40 से 50 वर्ष है.
40 से 50 वर्ष के उम्र वाले पेंशनधारियों को चिन्हित करते हुए डीसी के निर्देश पर सामाजिक सुरक्षा कोषांग की सहायक निदेशक ने पेंशन के भुगतान पर रोक लगाते हुए रिकवरी का निर्देश दिया है. सभी 10 प्रखंडों के बीडीओ को अयोग्य पेंशनधारियों से सामाजिक सुरक्षा कोषांग के एसबीआइ मुख्य शाखा के सरकारी खाते में राशि जमा करने का निर्देश दिया है. रिकवरी का निर्देश जारी होते ही कई पेंशनधारियों ने प्राप्त पेंशन की राशि भी जमा करना शुरू कर दिया है.
सामाजिक सुरक्षा कोषांग के निर्देश पर भौतिक जांच में जिले भर में अब तक 475 फर्जी दिव्यांग के पेंशन भुगतान पर रोक लगा दी गयी है. 475 पेंशनधारी फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर पेंशन उठा रहे थे. जल्द ही इन फर्जी पेंशनधारियों से रिकवरी शुरू कर दी जायेगी. पेंशन योजना में लगातार मिल रही शिकायतों पर विभाग ने इसका भौतिक सत्यापन करने का निर्णय लिया, जिसके अयोग्य पेंशनधारी जांच में सामने आये.
कम उम्र में पेंशन का लाभ लेने वाले की रोज सामाजिक सुरक्षा कोषांग में शिकायतें आ रही है. मोहनपुर प्रखंड के सरासनी पंचायत के गौरीचक गांव निवासी सफरुद्दीन मियां व कारू रमानी पर लंबे समय से कम उम्र में पेंशन का लाभ उठाने की शिकायत पर विभाग ने जांच शुरू कर दी है. दोनों की उम्र 50 वर्ष से कम बतायी गयी है. ऐसे ही कई मामले प्रखंड के ताराबाद पंचायत समेत सारठ व मधुपुर प्रखंड में आयी है. इन सभी जगहों पर भौतिक जांच की जा रही है.