Deoghar News: श्रावण मास के तीसरे दिन भी बाबानगरी गेरुआधारी कांवरियों से पटा रहा. कोरोना काल में दो साल श्रावणी मेला का आयोजन नहीं हो सका था. इस साल श्रावणी मेला का उत्साह देवघरवासियों के साथ जलार्पण के लिए आ रहे कांवरियों में देखा जा रहा है. तीसरे दिन 70 हजार से अधिक कांवरियों ने बाबा बैद्यनाथ पर जलाभिषेक कर मनोकामना मांगी. पट खुलने के साथ ही पारंपरिक पूजा के बाद सुबह चार बजे से कांवरियों के लिये जलार्पण प्रारंभ किया गया. अहले सुबह कांवरियों की कतार बीएड कॉलेज तक पहुंच चुकी थी. शनिवार को सामान्य कतार से कुल 58458, बाह्य अरघा के माध्यम से 14468 और शीघ्र दर्शनम कूपन के माध्यम से कुल 1240 कांवरियों ने जलार्पण किया. इस तरह शनिवार को कुल 76 हजार से अधिक कांवरियों ने बाबा पर जल चढ़ाया.
बाबा मंदिर के निकास द्वार के ठीक बगल में लगे तीन बाह्य अरघा की व्यवस्था करने से कांवरियों को जलाभिषेक करने में सुविधा हो रही है. इससे कांवरिये भी काफी उत्साहित महसूस कर रहे हैं. अतिरिक्त बाह्य अरघा नहीं होने से पहले भीड़ के कारण कई कांवरिये सुल्तानगंज से आने के बाद भी जलार्पण से वंचित रह जाते थे. मगर, इस व्यवस्था से जल सीधे बाबा पर चढ़ जाता है. पट बंद होने तक 16218 कांवरियों ने जलार्पण किया.
रविवार को मंदिर में जलार्पण करने वाले कांवरियों की काफी भीड़ होने की संभावना है. शनिवार को दोपहर तीन बजे से कांवरियों का जत्था कांवरिया पथ से बाबा नगरी आते देखा गया है. देर रात तक करीब एक लाख से अधिक कांवरिये जलार्पण के लिये पहुंचेंगे. जिला प्रशासन ने आने वाले कांवरियों को सुलभ जलार्पण कराने के लिए कुमैठा स्टेडियम तक कतार की व्यवस्था पूरी कर ली है.
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला 2022 के मद्देनजर देवघर निगम क्षेत्र सहित घोरमारा व चोपा मोड़ तथा दुमका जिले के मेला क्षेत्र की 42 शराब दुकानें 11 अगस्त तक के लिए बंद रहेंगी. उत्पाद विभाग के आयुक्त ने इससे संबंधित पत्र देवघर व दुमका जिले के डीसी को जारी किया है. 16 जुलाई से यह आदेश प्रभावी कर दिया गया है. यह जानकारी प्रभारी उत्पाद अवर निरीक्षक, देवघर देवीलाल सोरेन ने दी. उन्होंने बताया कि आदेश के तहत देवघर जिले की 38 और दुमका जिले की चार शराब दुकानें इसे प्रभावित होंगी.