Jharkhand News (चितरा, देवघर) : झारखंड के रामगढ़ जिला अंतर्गत रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिके मंदिर को तो आप खूब जानते हैं, लेकिन राज्य में एक और मां छिन्नमस्तिका मंदिर है. यह मंदिर देवघर स्थित चितरा काेलियरी में है. चितरा कोलियरी के इस मां छिन्नमस्तिका काली मंदिर में भी अमावस्या की रात तांत्रिक विधि से मां छिन्नमस्तिके देवी का आराधना हुआ.
मंदिर से जुड़े इतिहास के मुताबिक, हजारों साल पूर्व चितरा में राजा चित्रसेन का राज चलता था. उससे भी पूर्व मां छिन्नमस्तके में काली मंदिर की स्थापना हुई थी. तब से लेकर आज तक श्रद्धालुगण माता की पूजा अर्चना करते आ रहे हैं. हर साल की भांति इस साल भी अमावस्या की रात माता की पूजा अर्चना हुई.
इस मंदिर की मान्यता है कि वर्षों पूर्व से मंदिर के बगल में स्थित कदम पेड़ आज भी हरा भरा है. साथ ही पूर्व की भांति आज भी भौंरा भ्रमण करता है. यह भी कहा जाता है कि एक बार रजवार समाज के कुछ लोगों द्वारा कदम का पेड़ काटने का प्रयास किया गया. कहा गया कि उस समय कदम के पेड़ पर स्थित भौंरा ने सभी को डंक मारकर जख्मी कर दिया था.
इधर, काली पूजा को लेकर श्रद्धालुगण दूर-दूर से मां छिन्नमस्तिके मंदिर में पूजा अर्चना किये. पूजा को लेकर पिछले कई महीनों से मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है.
Posted By : Samir Ranjan.