शिव बरात में मानव दैत्य की झांकी सबसे अधिक रोमांचित कर रही थी. अभी के समय में कैसे हथियार के साथ लैस होकर मनुष्य दैत्य के रुप में हो सकते हैं, यह देख सभी खूब रोमांचित थे. मानव दैत्य को देखकर शोर मचा रहे थे.
करीब 55 बैंड पार्टी व डीजे के साथ शिव भक्ति की धुन पर सभी बराती जमकर थिरके. इस दौरान खूब आतिशबाजी हुई. पूरा देवघर शिव बारात में रम गया.
महाशिवरात्रि पर बाबा मंदिर में पूरे विधि-‐विधान से माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ. बाबा मंदिर में परंपरा के अनुसार बाबा बैद्यनाथ की पूरी रात चार पहर पूजा के बाद विग्रह पर सिंदूर दान कर शिव विवाह संपन्न किया गया. इससे पहले बाबा मंदिर मे रात 10:30 बजे प्रशासिनक भवन से भोलेनाथ की पारंपिरक बारात निकाली गयी.
बाबा नगरी में शिव बारात देखने के लिए करीब दो लाख लोग सड़क पर उतर आये. इनमें झारखंड ही नहीं विभिन्न राज्य के लोग शामिल हुए. शिव बारात में आगे‐आगे बराती और पीछे‐ पीछे बसहा पर सवार होकर दूल्हा बने बाबा भोलेनाथ चल रहे थे. उन्हें देखते ही लोग उत्साहित होकर जय शिव का जयकारा लगा रहे थे.
शिव बारात के संचालन में सांसद डॉ निशिकांत दुबे खुद मॉिनटरिंग की तथा उनके साथ बारात में समाजसेवी सुनील खवाड़े भी चल रहे थे. सभी खुली जीप से लोगों का अभिवादन हाथ हिलाकर कर रहे थे. केकेएन सटेडियम में शिवरात्रि महोत्सव सिमित के अध्यक्ष अभिषेक आनंद झा ने व्वस्थित तरीके से बारात को बाहर तक निकाला. रात करीब12:00 बजे बरात बाबा मंदिर पहुंची, जहां भगवान शिव समेत अन्य देवी‐ देवताओं के पात्र का पंडा ने स्वागत किया. सांसद डॉ निशिकांत ने कहा कि देवघर की शिव बारात ऐतिहासिक रही. अगले साल इसे और भी व्यापक किया जायेगा. शिव बारात को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में प्रयास किया जायेगा.
अभिनेत्री भाग्यश्री ने कहा कि वह पहली बार देवघर आयी है. एयरपोर्ट पर उतरने कl बाद यहां कl डेवलपमेंट के बारे में जाना. इतने छोटे से शहर में इतना सब कुछ होना बड़ी बात है. निश्चित रूप से यहां के सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने काफी काम किया है.
शिव बारात में भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह भी शामिल हुई. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनका ननिहाल झारखंड में है. बाबा बैद्दनाथ में उनका मुंडन हुआ था. उसके बाद शिवरात्री में बाराती बनकर देवघर आऊंगी कभी सोचा नहीं था. भगवान शिव की इतनी बड़ी कृपा हुई, यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है.