देवघर : नववर्ष पर खूब छलके जाम, 31 दिसंबर को पौने दो करोड़ की बिकी शराब

नये साल के बहाने पीने-पिलाने का दौर अभी थमा नहीं है. शहर ही नहीं बल्कि जिले भर में लोग छक कर शराब पी और फिर रातभर जश्न मनाते रहे. बिहार में शराब पूर्णत: प्रतिबंध है, इसलिए बिहार के कई जिलों के लोगों ने देवघर में आकर ही नये साल का जश्न मनाया और छक कर शराब पी.

By Prabhat Khabar News Desk | January 2, 2024 8:53 AM

देवघर : नववर्ष पर देवघर में लोगों ने जमकर जाम छलकाये. वहीं बाहर से आने वाले लोगों ने भी शराब के साथ खूब मस्ती की. उत्पाद विभाग के आंकड़े तो यही बता रहे हैं. विभाग के अनुसार, 31 दिसंबर को देवघर की शराब दुकानों से करीब पौने दो करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई है. यह शराब न सिर्फ यहां के लोगों ने खरीदी, बल्कि बाहर से देवघर आये लोग भी दुकानों से शराब खरीदते दिखे. उत्पाद विभाग की मानें तो इस वित्तीय वर्ष में टारगेट पूरा होना मुश्किल लग रहा था, इसलिए कमिश्नर के आदेश पर नये साल से पहले 31 दिसंबर की रात 12 बजे तक लाइसेंसी शराब दुकानें खुली रही.

कमिश्नर के आदेश पर देर रात 12 बजे तक खुली रही शराब की दुकानें

निगरानी में उत्पाद विभाग के एसआइ, एएसआइ उपलब्ध बलों के साथ शराब दुकानों के इर्द-गिर्द देर रात तक गश्ती करते रहे. नये साल के बहाने पीने-पिलाने का दौर अभी थमा नहीं है. शहर ही नहीं बल्कि जिले भर में लोग छक कर शराब पी और फिर रातभर जश्न मनाते रहे. बिहार में शराब पूर्णत: प्रतिबंध है, इसलिए बिहार के कई जिलों के लोगों ने देवघर में आकर ही नये साल का जश्न मनाया और छक कर शराब पी. बाहर से आये बड़ी संख्या में लोगों ने होटल और लॉजों में रुककर शराब पी. आंकड़ों के मुताबिक, ठंड की वजह से लोगों ने बीयर की तुलना में अंग्रेजी शराब को ज्यादा पसंद किया है. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अन्य दिनों की तुलना में 31 दिसंबर को अंग्रेजी और देसी शराब की खरीदारी अधिक हुई. नये साल पर शहर के बार व कुछ होटलों में भी जाम छलके.

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