जर्जर तारों की होगी जगह बिछेंगे एलटी केबल
देवघर विद्युत अंचल क्षेत्र में जल्द ही दो महत्वपूर्ण विद्युत योजनाओं मुख्यमंत्री उज्ज्वला झारखंड योजना (एमयूजेएल) और आरडीएसएस का काम शुरू होने वाला है. इन योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए बिजली विभाग की टीम सर्वेक्षण कार्य शुरू करने जा रही है.
वरीय संवाददाता, देवघर.
देवघर विद्युत अंचल क्षेत्र में जल्द ही दो महत्वपूर्ण विद्युत योजनाओं मुख्यमंत्री उज्जवला झारखंड योजना (एमयूजेएल) और आरडीएसएस का काम शुरू होने वाला है. इन योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए बिजली विभाग की टीम सर्वेक्षण कार्य शुरू करने जा रही है. विभागीय सूत्रों के अनुसार, प्रथम चरण में आरडीएसएस योजना के तहत जर्जर तारों को बदलने पर ध्यान दिया जायेगा. इस प्रक्रिया के तहत शहरी और ग्रामीण इलाकों में खराब हो चुके तारों की जगह एलटी केबल लगायी जायेगी. साथ ही, लंबे फीडरों की लंबाई घटाकर उन्हें छोटा किया जायेगा, ताकि बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में सुधार हो सके. फीडरों को छोटी दूरी के क्षेत्रों में बांटने से समस्या के दौरान उनकी मरम्मत और देखभाल आसान होगी. आवश्यकता के अनुसार, पावर सब-स्टेशन की संख्या भी बढ़ायी जा सकती है.एमयूजेएल का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों तक बिजली की सुविधा पहुंचा
मुख्यमंत्री उज्ज्वला झारखंड योजना (एमयूजेएल) का उद्देश्य गांव और मुहल्लों को रौशन करना है. इस योजना के तहत उन क्षेत्रों को चिह्नित किया जायेगा, जहां अब तक बिजली की पहुंच नहीं है या जहां बांस-बल्ली के सहारे बिजली सप्लाई की जा रही है. सर्वेक्षण के दौरान इन इलाकों को चिह्नित कर वहां पोल, तार और केबल जैसी आवश्यक सामग्री पहुंचायी जायेगी. विद्युत अधीक्षण अभियंता ने एइ, जेइ और एइ को जल्द से जल्द सर्वेक्षण कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है, ताकि पूरी रिपोर्ट अंचल कार्यालय में सौंपी जा सके. इस रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक संसाधनों का आकलन कर योजनाओं को धरातल पर उतारा जाएगा, जिससे क्षेत्र के बिजली संकट को दूर किया जा सके.
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