देवघर. दुमका जिले के सरैयाहाट थाना क्षेत्र अंतर्गत दिग्घी गांव निवासी उत्तम पासवान की पत्नी चांदनी देवी (22 वर्ष) को गंभीर हालत में ससुराल वालों ने इलाज के लिए देवघर सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां ऑन ड्यूटी डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित करते हुए सूचना बैद्यनाथधाम ओपी को भेज दी. सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची, तो मृतका के गले में दाग देखकर बताया कि उसकी मौत फांसी लगने से हुई है. उधर, मृतका की मां बिहार के जमुई जिला अंतर्गत चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के करहीटांड़ गांव निवासी नाथू देवी ने पुलिस को दिये बयान में पुत्री की हत्या का आरोप लगायी है. बैद्यनाथधाम ओपी प्रभारी को दिये बयान में मां ने कहा है कि ससुराल वालों ने उसकी पुत्री की हत्या कर साड़ी के पाड़ से घर में लगी लकड़ी में लटका दिया था. मां ने कही है कि उसकी बेटी की शादी तीन साल पहले दिग्घी गांव निवासी उत्तम के साथ की थी. शादी के बाद उसे दो बच्चे हुए. शादी के बाद साल भर चांदनी ससुराल में ठीक से रही, उसके बाद दामाद उत्तम सहित ससुर मोली हाजरा व सास नेमवा देवी मिलकर दहेज के रूप में एक लाख रुपये व एक बाइक मायके से मांगकर लाने का उसे दबाव देने लगे. मायके से दहेज व बाइक नहीं लाने पर सभी उसके साथ गाली-गलौज व मारपीट करते थे. कई बार उनलोगों ने बेटी के ससुराल में पंचायती भी करायी है. मां के अनुसार 20 मई की सुबह 10 बजे नगदी व बाइक मायके से मांगकर नहीं लाने के कारण चांदनी को मारपीट कर हत्या कर दी और फांसी पर लटका दिया. उनलोगों को सूचना दी कि आपकी पुत्री फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. सूचना पाकर बेटी को देखने उसके ससुराल जा रहे थे, तभी पता चला कि ससुराल वाले हत्या की बात छिपाने के प्रयास के लिए उनकी पुत्री को सदर अस्पताल देवघर लेकर पहुंचे. यहां देखा कि उनकी पुत्री मृत पड़ी है. मां का दावा है कि उनकी बेटी को सास, ससुर, दामाद सहित नौ नामजद लोगों ने मिलकर एक लाख रुपये व बाइक मायके से मांगकर लाने बोला था. नहीं लाने पर सभी आरोपितों ने मिलकर उनकी बेटी की हत्या कर दिया. मां का बयान रिकार्ड करने के बाद बैद्यनाथधाम ओपी प्रभारी ने मृतका के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंप दिया.
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