पालोजोरी. शनिवार को प्रखंड सभागार में प्रमुख उषा किरण मरांडी की अध्यक्षता में आयोजित पंचायत समिति की मासिक बैठक हंगामेदार रही. बैठक में अबुआ आवास, स्वास्थ्य विभाग, मनरेगा, आंगनबाड़ी, व केजीबी की लचर व्यवस्था का मामला छाया रहा. बैठक में बीडीओ अमीर हमजा, सीओ शिशुपाल आर्य, उपप्रमुख पायल साधु, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नित्यानंद चौधारी, बीडब्ल्यूओ सह प्रभारी एमओ सुधीर कुमार, बीपीओ नारायण मंडल के अलावा विभिन्न विभाग के अधिकारी व कर्मियों ने हिस्सा लिया. पिछली बैठक में मुद्दों व प्रस्तावों पर हुई कार्रवाई की जानकारी नहीं मिलने पर सभी ने नाराजगी जतायी. सदस्यों की सलाह पर बीडीओ ने कहा कि सभी सदस्यों को मिनट्स की कॉपी उपलब्ध करा दी जायेगी. वहीं अबुआ आवास में पंसस की अनुशंसा नहीं लिए जाने का भी मुद्दा उठा. इस पर आवास को-ऑर्डिनेटर मुकेश गांधी से अबुआ आवास की गाइडलाइन मांगी गयी. कुछ सदस्यों ने मनरेगा योजना में गड़बड़ी की बात कही. इस पर सदस्यों ने प्रखंड की सात पंचायत बांधडीह, जीवनाबांध, पालोजोरी, पहरूडीह, बगदाहा, सगराजोर व महुआडाबर में मनरेगा योजनाओं की जांच कराने का प्रस्ताव लिया गया. योजनाओं की जांच प्रखंड स्तरीय टीम से करायी जायेगी. स्वास्थ्य विभाग में पिछले चार सालों में ममता वाहन के नाम पर पांच करोड़ से ज्यादा की निकासी का मामला उठाते हुए इसकी जांच की मांग की. सदस्यों ने नियमित रूप से स्वास्थ्य उपकेंद्र नहीं खुलने, प्रसूता को भोजन नहीं दिए जाने व प्रसव के बाद लाभुक के परिजनों से अवैध रूप से राशि लेने का मामला भी उठाया. वहीं बिराजपुर पंचायत से जुड़े कई मसले भी उठे, जिसमें जांच की बात कही गयी. प्रमुख ने केजीबी की लचर व्यवस्था व वार्डेन द्वार छात्राओं को डराने धमकाने का मामला उठाया. उन्होने बीडीओ, सीओ व बीइइओ को नियमित रूप से केजीबीए का निरीक्षण करने की मांग की. बैठक में लिए गए प्रस्तावों पर जल्द कार्रवाई की बात कही गयी. मौके पर पंसस उत्तम कुमार राय, चंद्रदेव मोहली, बबलू महतो, बीपीओ हलेना हेम्ब्रम, प्रभारी बीपीआरओ सुभाष राय सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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