झारखंड में दो लाख से अधिक लोग डुप्लीकेट UID के सहारे कर रहे राशन का उठाव
झारखंड में डुप्लीकेट यूआइडी से ‘वन नेशन, वन राशन कार्ड’ को लागू करने में परेशानी हो रही है. सभी राज्यों को डुप्लीकेट यूआइडी को हटाने का निर्देश दिया गया है.
संजीव मिश्रा, देवघर : राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा से जुड़े लाभुकों द्वारा डुप्लीकेट यूआइडी का उपयोग कर राशन उठाव का लाभ लेने के कारण देश में वन नेशन, वन राशन कार्ड की योजना को शत-प्रतिशत लागू करने में परेशानी हो रही है. इसके लिए केंद्रीय खाद्य आपूर्ति विभाग ने सभी राज्यों को अपने-अपने जिले से डुप्लीकेट यूआइडी की जांच कर सर्वर से हटाने का निर्देश दिया है. केंद्र से प्राप्त आदेश के बाद विभागीय निदेशक दिलीप तिर्की ने सभी जिले के अनुभाजन पदाधिकारी व डीएसओ को इसे शत-प्रतिशत सुधार कर विभाग को सूचित करने का निर्देश दिया है.
झारखंड में 2,05,188 लोग डुप्लीकेट यूआइडी के सहारे कई जगहों से राशन का उठाव कर रहे थे. इसकी जांच करने के बाद वर्तमान में 1,97,552 लोगों को चिह्नित कर 75266 लोगों का यूआइडी ब्लॉक कर दिया गया है. डुप्लीकेट यूआइडी के मामले में पूर्वी सिंहभूम जिला पहले नंबर पर है. यहां 28259 डुप्लीकेट यूआइडी के मामले सामने आये हैं. जांच के बाद 12471 यूआइडी को चिह्नित कर सर्वर में ब्लॉक कर दिया गया है.
क्या है डुप्लीकेट यूआइडी का मामला
देश में वन नेशन, वन राशन कार्ड लागू करने के बाद केंद्र द्वारा राशन कार्ड में दर्ज सभी सदस्यों को नाम के साथ यूआइडी दर्ज कराने व कार्ड के मुखिया का यूआइडी के अलावा रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज कराने का निर्देश जारी किया गया. इससे किसी भी जिले का कार्डधारी किसी अन्य जिले या फिर देश के किसी भी राज्य में राशन का उठाव कर सकता है. लेकिन लाखों की संख्या में लोगों द्वारा अलग-अलग यूआइडी के सहारे अलग-अलग जगहों से एक से अधिक राशन कार्ड बनवाकर लाभ लेने के कारण वन नेशन, वन राशन कार्ड की योजना के सर्वर में काम नहीं हो पा रहा है. एक ही परिवार द्वारा दो बार राशन का उठाव करने के कारण सरकार को भारी नुकसान हो रहा है.
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