देवघर : सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने झारखंड के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है. भादो माह में बाबा बैद्यनाथ मंदिर व बासुकिनाथ मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए खोलने की मांग की है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश (31 जुलाई 2020) की गाइड लाइन के अनुसार उज्जैन की तर्ज पर भक्तों को दर्शन कराने की अब तक व्यवस्था नहीं कराये जाने पर अफसोस जताया है. सांसद ने पत्र में उल्लेख किया है कि सुप्रीम कोर्ट में उन्होंने याचिका दायर की थी.
इस पर 31 जुलाई 2020 को फैसला आया. पर फैसले में दी गयी गाइडलाइन के अनुसार भादो में आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन सुलभ कराने की व्यवस्था सरकार की ओर से अभी तक तक नहीं की गयी है. इससे आम भक्त दर्शन से वंचित हो रहे हैं.
उज्जैन की तर्ज पर हो दर्शन : उन्होंने पत्र में कहा है, उज्जैन के महाकाल मंदिर में प्रतिदिन 300 भक्तों को दर्शन कराया जाता है. सोशल डिस्टैंसिंग का पालन किया जाता है. दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग की जाती है. सुप्रीम कोर्ट ने उज्जैन के महाकाल मंदिर की तरह बाबा बैद्यनाथ मंदिर व बासुकिनाथ मंदिर में भी भक्तों के दर्शन सुलभ कराने की बात कही है.
आदेश पारित होने के बाद भी झारखंड सरकार ने भादो में इस प्रकार की व्यवस्था नहीं की है. उन्होंने कहा है कि अगर झारखंड सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का अनुपालन नहीं करती, तो अवमानना याचिका दाखिल करने को विवश हो जायेंगे.
सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार आम श्रद्धालुओं को भी बाबा का दर्शन सुलभ कराया जाये
कोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं करने पर दाखिल करेंगे अवमानना याचिका
Post by : Pritish Sahay