देवघर को नंबर-1 बनाने के लिए नगर निगम मांग रहा स्वच्छता का फीडबैक, इधर दो महीने से पसरी है गंदगी
स्वच्छता में देवघर को देश में नंबर वन बनाने के लिए नगर निगम स्वच्छता फीडबैक ले रही है और वहीं दूसरी ओर वार्ड नंबर 26 में दो महीने से गंदगी पसरी हुई है. बाबा मंदिर पर चढ़े बिल्व पत्र को मानसरोवर तट स्थित सेंटर पर रखा जा रहा है. इसका नियमित रूप से उठाव नहीं होने से दुर्गंध आने लगी है.
Deoghar News: स्वच्छता में देवघर को देश में नंबर वन बनाने के लिए नगर निगम स्वच्छता फीडबैक ले रही है और वहीं दूसरी ओर पुनसिया में रिखिया रोड के किनारे निगम के वार्ड नंबर 26 में दो महीने से गंदगी पसरी हुई है. वार्ड नंबर 26 स्थित पुनसिया में रिखिया रोड के किनारे गंदगी पसरी हुई है. गंदगी से नाला भी जाम हो गया है. आने-जाने वाले लोगों को मुंह ढककर गुजरना पड़ रहा है. लंबे समय से कचरे का उठाव नहीं होने से गंदगी आधी सड़क पर फैल गयी है.
पूर्व पार्षद सुधीर पासी ने बताया कि दो महीना पहले ही निगम के सुझाव पर कचरा को निजी सफाई मजदूर से इकट्ठा करवा दिया था, लेकिन निगम से कचरा का उठाव नहीं किया गया. सुधीर पासी, रिंकू केसरी, पिंटू केसरी, मुकेश केसरी आदि ने कहा कि निगम को कई बार सूचना दिये जाने के बाद भी कचरा का उठाव नहीं किया जाता है. अमर पासवान ने कहा कि निगम के सफाई प्रभारी पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि उन्हें सूचना देने के बाद भी कचरा का उठाव नहीं होता है. इस इलाके में नाला की भी नियमित सफाई नहीं होती है. सावन में रिखिया रोड से हरिलाजोड़ी जाने वाले श्रद्धालुओं को भी इस गंदगी से गुजरना पड़ रहा है.
दो महीना पहले ही निगम के सुझाव पर कचरा को निजी सफाई मजदूर से इकट्ठा करवा दिया था, लेकिन निगम से कचरा का उठाव नहीं किया गया.
सुधीर पासी, पूर्व पार्षद
मानसरोवर तट पर बिल्व पत्र सड़ने से फैल रही दुर्गंध
बाबा मंदिर पर चढ़े बिल्व पत्र को मानसरोवर तट स्थित सेंटर पर रखा जा रहा है. इसका नियमित रूप से उठाव नहीं होने से दुर्गंध आने लगी है. इससे आसपास के लोगों का रहना मुश्किल हो गया है. लोग अपनी शिकायत लेकर कभी मंदिर कार्यालय, तो कभी नगर निगम कार्यालय जा रहे हैं. इसके बाद भी निदान नहीं मिल रहा है. मुहल्ले के बबलू कुमार ने बताया कि बिल्व पत्र रख कर छोड़ दिया जाता है. पहले खाद बनाने की मशीन लगायी गयी थी, वह भी काम नहीं कर रही है. इसके बाद भी बिल्व पत्र को मंदिर से लाकर रख दिया जाता है. हर जगह शिकायत करके थक गये, कोई सुनवाई नहीं हो रही है. उन्होंने इसका स्थायी निदान निकालने की अपील की है.