Jharkhand News: वायरल के साथ-साथ अज्ञात बीमारियों की त्वरित पहचान के लिए देवघर एम्स में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र खुलेगा. दो जनवरी की शाम पांच बजे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया दिल्ली से देवघर एम्स में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र का शिलान्यास करेंगे. यह केंद्र बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखंड का मुख्यालय होगा. इस केंद्र के जरिये इन राज्यों में वायरस से होने वाली बीमारियों की पहचान की जायेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली से एक साथ असम, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मिजोरम,ओडिशा, तमिलनाडु पश्चिम बंगाल व झारखंड के देवघर में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र की नींव रखेंगे. इस दौरान उनके साथ राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ अतुल गोपाल, एडिशनल डायरेक्टर डॉ लता कपूर रहेंगे. देवघर एम्स कैंपस में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र का भवन तैयार करने के लिए जगह चिन्हित कर लिया गया है. इस शिलान्यास समारोह में गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे देवघर एम्स से ऑनलाइन जुड़ेंगे.
क्या होगा फायदा
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र खुलने से रोगों की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन पर कड़ी निगरानी होगी. इससे रोगों पर तत्काल निगरानी करते हुए इसके उपाय किये जाएंगे. रोगों की त्वरित पहचान करते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य और संरचना को मजबूती प्रदान करने में सहायता मिलेगी. हाल के दिनों में कोविड सहित कई वायरस से नयी बीमारियां फैलने की बात सामने आयी है, जिसके बाद इन रोगों की पहचान करते हुए इस पर कार्य योजना तैयार करने में स्वास्थ्य मंत्रालय को मदद मिलेगी. मौसम के अनुसार अलग-अलग वायरस फैलने के बाद इसकी पहचान इस केंद्र के माध्यम से की जायेगी.
क्या कहते हैं गोड्डा सांसद
गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा के क्षेत्र में सबसे पिछड़ा संथाल परगना अब तीन राज्यों को स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए अग्रणी होने वाला है. देवघर एम्स में बिहार, छत्तीसगढ़ व झारखंड का राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र का मुख्यालय खुलने जा रहा है. इससे हाल के दिनों में कई तरह के वायरस सहित ब्रेन मलेरिया, कोरोना, वायरस से जनित कई बीमारियों की तुरंत पहचान हो पायेगी. ब्रेन मलेरिया से गोड्डा के सुंदरपहाड़ी इलाके में हुई मौत जैसे गंभीर मामले में यह केंद्र त्वरित बीमारियों की पहचान करते हुए स्वास्थ्य सुविधा पर काम करेगा. संथाल परगना में आदिवासी व पहाड़िया जनजाति में सिकल सेल एनीमिया सहित कई अज्ञात बीमारियों से मौत हो जाती है. इस केंद्र के खुलने से इन बीमारियों की पहचान व इलाज शुरू हो पायेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया मेरे अनुरोध पर देवघर एम्स को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए विशेष तौर पर गंभीर है.
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