गोड्डा से पाकुड़, मधुपुर से धनबाद -पारसनाथ के लिए बनेगा नया रूट, पांच ट्रैक पर काम करने को रेलवे तैयार

गोड्डा से पाकुड़, देवघर से धनबाद वाया मधुपुर गिरिडीह, पारसनाथ आदि जाना बहुत ही आसान हो जायेगा. देवघर से धनबाद की दूरी कम होगी. पारसनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं को नया रूट मिलेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | November 23, 2022 8:58 AM
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Deoghar News: संताल परगना जैसे पिछड़े इलाके में रेलवे का जाल बिछ रहा है. रेलवे ने झारखंड के पावर कॉरिडोर में पांच रेल लाइन पर तेजी से काम करने की तैयारी की है. इन रेल परियोजनाओं का काम पूरा हो जाने से गोड्डा, देवघर और मधुपुर इस्टर्न रेलवे का सबसे बड़ा केंद्र बनेगा. अब इस इलाके को लोगों को गोड्डा से पाकुड़, मधुपुर से धनबाद व पारसनाथ और गिरिडीह से धनबाद के लिए नया रेल रूट मिलेगा. रेलवे ने उक्त सभी प्रोजेक्ट की वर्तमान स्थिति से गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे को अवगत कराया है. गोड्डा सांसद डॉ दुबे ने रेल मंत्रालय से उक्त रेलवे प्रोजेक्ट से संबंधित वास्तविक स्थिति की जानकारी मांगी थी. इस्टर्न रेलवे के महाप्रबंधक अरुण अरोड़ा ने सांसद के रिप्रेजेंटेशन का बिंदुवार जवाब दिया है.

गोड्डा-पाकुड़ रेल लाइन के बीच आड़े नहीं आयेगा कोल ब्लॉक-गोड्डा-पाकुड़ नयी रेलवे लाइन परियोजना को अपेक्षित अनुमोदन के अधीन पिंक बुक 2016-17 में शामिल किया गया था. प्रारंभ में परियोजना की डीपीआर 80.2 किमी की परियोजना लंबाई के साथ तैयार की गयी थी. 50:50 कॉस्ट शेयरिंग बेसिस पर इसकी लागत 2023 करोड़ (आरओआर-21%) रुपये तय थी. बाद में सितंबर, 17 में यह निर्णय लिया गया.

पहले के संरेखण को बदलने की आवश्यकता है क्योंकि यह कोल ब्लॉक से होकर गुजर रहा है. पूर्वी रेलवे ने गोड्डा से उमरा के लिए केवल (69.92 किमी), लागत रु. 1936.88 करोड़, आरओआर (-) 3% तैयार किया था. रेलवे बोर्ड ने 23.07.2020 को इस्टर्न रेलवे को सलाह दी थी कि गोड्डा-पाकुड़ के रास्ते आने वाले संभावित कोयला ब्लॉकों को देखते हुए गोड्डा से उमरा लाइन पर संभावित यातायात की फिर से जांच की जाये. इस्टर्न रेलवे ने 02.08.2021 को संशोधित डीपीआर जमा किया. कुल लागत 2078.77 करोड़ रुपये, राज्य सरकार द्वारा 50% हिस्सेदारी पर विचार करते हुए (8%) के आरओआर के साथ निर्धारित हुआ. गोड्डा-उमरा की संशोधित डीपीआर तैयार कर ली गयी है और यह वित्त पुनरीक्षण के अधीन है. इसे एक महीने के भीतर रेलवे बोर्ड को सौंप दिया जायेगा.

बासुकिनाथ-चितरा-जोड़ामो रेल लाइन के अंतिम स्थान सर्वेक्षण को मिली मंजूरी

रलवे ने गोड्डा सांसद को जानकारी दी कि है कि बासुकिनाथ-चितरा-जोड़ामो रेल लाइन के विस्तार को मंजूरी दे दी गयी है, इसके लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण (एफएलएस) को भी मंजूरी मिल गयी है और एफएलएस के लिए विस्तृत अनुमान की प्रक्रिया चल रहा है.

मधुपुर-गिरिडीह-पारसनाथ रेल लाइन स्वीकृत

वर्तमान में मधुपुर-कोडरमा के बीच महेशमुंडा और मधुपुर-धनबाद विस प्रधानखंटा के बीच रेलवे कनेक्टिविटी मौजूद है. उपरोक्त के अलावा, पारसनाथ-मधुबन-गिरिडीह (49 किमी) के बीच एक नयी लाइन स्वीकृत की गयी है और मधुपुर को न्यू गिरिडीह (इसीआर) और महेशमुंडा के माध्यम से पारसनाथ से जोड़ने के लिए पूर्वी रेलवे की पिंक बुक शामिल है.

धनबाद-गिरिडीह रेल लाइन भी स्वीकृत

रेलवे ने जानकारी दी है कि धनबाद-गिरिडीह के बीच नयी लाइन का एक और सर्वेक्षण भी स्वीकृत है. धनबाद से गिरिडीह और महेशमुंडा होते हुए मधुपुर से जोड़ने के लिए पूर्व मध्य रेलवे ने रेल लाइन की स्वीकृति दी है. इसकी लंबाई 50 किमी होगी.

किन रेल परियोजनाओं पर होगा काम

  • गोड्डा-पीरपैंती रेल लाइन के लिए 1386 करोड़ पहले से ही स्वीकृत

  • गोड्डा-पाकुड़ के 2078.77 करोड़ (50-50 कॉस्ट शेयरिंग बेसिस) स्वीकृत

  • बासुकिनाथ-चितरा-जोड़ामो रेल लाइन का फाइनल लोकेशन सर्वे स्वीकृत

  • मधुपुर-गिरिडीह-पारसनाथ (49 किमी) रेल लाइन स्वीकृत

  • गिरिडीह-धनबाद रेल लाइन (50 किमी) भी स्वीकृत

गोड्डा-देवघर-मधुपुर इस्टर्न रेलवे का बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा

गोड्डा-देवघर-मधुपुर इस्टर्न रेलवे का बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा. गोड्डा से पाकुड़, देवघर से धनबाद वाया मधुपुर गिरिडीह, पारसनाथ आदि जाना बहुत ही आसान हो जायेगा. देवघर से धनबाद की दूरी कम होगी. पारसनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं को नया रूट मिलेगा. देवघर से दो रेल बायपास पहले से ही स्वीकृत है, उस पर काम भी चल रहा है. गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के पिछड़े इलाके में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे का जाल बिछा है. इसके लिए प्रधानमंत्री और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के प्रति आभार प्रकट करते हैं.

-डॉ निशिकांत दुबे, सांसद, गोड्डा लोकसभा

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