कार्यकर्ताओं ने लगाया नारा… बज गयी सिटी, गोड्डा आ गयी ट्रेन
शुक्रवार को गोड्डा से भाजपा प्रत्याशी डॉ निशिकांत दुबे जिस देवघर-गोड्डा पैसेंजर ट्रेन का एक महीने पहले शुभारंभ किया था, उसी ट्रेन से हजारों समर्थकों के साथ गोड्डा पहुंचे और नामांकन किया.
देवघर : शुक्रवार को गोड्डा से भाजपा प्रत्याशी डॉ निशिकांत दुबे जिस देवघर-गोड्डा पैसेंजर ट्रेन का एक महीने पहले शुभारंभ किया था, उसी ट्रेन से हजारों समर्थकों के साथ गोड्डा पहुंचे. सुबह 10 बजे निशिकांत दुबे देवघर स्टेशन पहुंचे. हजारों की संख्या में पहले से देवघर स्टेशन में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. सभी कार्यकर्ताओं और पत्नी अनुकांत दुबे के साथ डॉ निशिकांत दुबे ट्रेन पर सवार हुए. इस यात्रा के दौरान मोहनपुर जंक्शन, खड़ियाडीह, हरलाटांड़, ककनी, हंसडीहा, पौड़ेयाहाट स्टेशन पर डॉ निशिकांत का कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. इन सभी स्टेशनों से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता ट्रेन पर सवार हुए. रेलवे ट्रैक के किनारे गांव और स्टेशनों के आसपास के गांव की महिलाएं सहित ग्रामीण भी पूरे उत्साह के साथ हाथ हिलाकर अभिवादन कर रहे थे. इस पूरी यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह था. जैसे-जैसे ट्रेन आगे बढ़ती गयी, भाजपा कार्यकर्ता अपने-अपने अंदाज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और निशिकांत दुबे के पक्ष में नारा लगा रहे थे. जैसे ही ट्रेन पौड़ेयाहाट पहुंची, तो बड़ी संख्या में यहां मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ट्रेन पर सवार देवघर से आने वाले कार्यकर्ता प्लेटफाॅर्म पर उतरकर ””बज गयी सिटी, गोड्डा आ गयी ट्रेन…”” के नारे लगाने लगे. सभी जगह उत्साहित कार्यकर्ताओं से मिलने डॉ निशिकांत ट्रेन से बाहर गेट पर आ रहे थे. हंसडीहा में तो डॉ निशिकांत दुबे खुद ट्रेन से बाहर प्लेटफाॅर्म पर कार्यकर्ताओं को अभिवादन स्वीकार करने उतर आये. मैंने अपना वादा पूरा किया और सिर्फ विकास की राजनीति की : डॉ निशिकांत डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि मैंने पांच वर्ष पहले इसी ट्रेन पर सवार होकर नामांकन करने का वादा किया था, वह वादा आज पूरा हो रहा है. ट्रेन की सीटी सुनने के बाद राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा करने वाले विपक्ष के प्रत्याशी को भी अपनी बात पर कायम रहना चाहिए. आज यह ट्रेन राजनीति का केंद्र नहीं, आम लोगों के जीवन से जुड़ गयी है. मैंने जात- पात से ऊपर उठकर अपने कार्यकाल के दौरान विकास की राजनीति की है. इसका एक बड़ा उदाहरण यह देवघर- गोड्डा रेल लाइन और पैसेंजर ट्रेन है. व्यवसायिक व सामाजिक संगठनों के लोग भी हुए शामिल देवघर से भाजपा कार्यकर्ताओं के अलावा कई व्यावसायिक संगठनों के साथ-साथ संताल परगना चेंबर, बिल्डर एसोसिएशन के अलावा सामाजिक संगठनों के लोग, मजदूर और किसान, पुनासी जलाशय योजना की विस्थापित भी ट्रेन से नामांकन कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान जैसे ही ट्रेन गोड्डा स्टेशन पर पहुंची, तो पहले से हजारों की संख्या में प्लेटफॉर्म और स्टेशन के बाहर खड़े कार्यकर्ता डॉ निशिकांत दुबे का स्वागत करने के लिए दौड़ पड़े. प्लेटफाॅर्म से निकलने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. आरपीएफ के सुरक्षा बलों ने काफी मशक्कत से डॉ निशिकांत दुबे व उनके परिवार के लोगों को बाहर निकाला. गोड्डा स्टेशन के बाहर गोड्डा और महागामा के कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में स्थानीय महिलाएं मौजूद थे.
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