देवघर के इस स्कूल में विषयवार शिक्षक नहीं, ट्यूशन के भरोसे छात्राओं का भविष्य
प्रखंड के एकमात्र प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय में शिक्षक व संसाधन के अभाव में छात्राओं के भविष्य पर ग्रहण लग गया है. 1984-85 में स्थापित इस विद्यालय में एक प्रधानाध्यापक, चार शिक्षक, एक लिपिक एवं दो आदेशपाल के पद स्वीकृत हैं
देवघर: देवघर के करौं प्रखंड के एकमात्र प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय में शिक्षक व संसाधन के अभाव में छात्राओं के भविष्य पर ग्रहण लग गया है. 1984-85 में स्थापित इस विद्यालय में एक प्रधानाध्यापक, चार शिक्षक, एक लिपिक एवं दो आदेशपाल के पद स्वीकृत हैं, लेकिन केवल दो शिक्षक ही कार्यरत हैं. वर्ग नवम एवं दशम में 402 छात्राओं ने अपना नामांकन कराया है.
प्रतिदिन करीब 70 प्रतिशत से ज्यादा छात्राएं विद्यालय तो आती है, परंतु शिक्षक के अभाव में उनकी पढ़ाई नहीं हो पाती है. वर्तमान में विद्यालय में एक प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं एक सहायक शिक्षक पदस्थापित हैं.
विद्यालय में अध्ययनरत छात्रा नेहा कुमारी, प्रिया कुमारी, गुड़िया कुमारी, रिया कुमारी, मनीषा कुमारी, नंदनी ओझा, नीलम कुमारी, विष्णु प्रिया ओझा, चांदनी कुमारी, खुशबू कुमारी, निशा मरांडी, सरिता सोरेन, काजल किस्कू आदि ने बताया कि शिक्षक नहीं रहने से हम लोगों का पठन-पाठन नहीं हो पाता है. छात्राओं ने उपायुक्त से अविलंब शिक्षक बहाल करने की मांग की है. प्रोजेक्ट कन्या उवि, करौं का हाल
कहते हैं प्रभारी प्रधानाध्यापक
शिक्षक, लिपिक व आदेशपाल के संबंध में कई बार डीइओ से लिखित मांग की गयी है. लिपिक नहीं रहने के कारण पठन-पाठन छोड़कर अन्य कार्य करना पड़ रहा है.
कृष्ण कुमार पंडित,
प्रभारी प्रधानाध्यापक