सारठ.
सारठ प्रखंड के 227 आंगनबाड़ी केंद्रों को एक मई से बच्चाें को पोषाहार नहीं मिल पा रहा है. प्रखंड क्षेत्र की आंगनबाड़ी सेविकाओं ने हस्ताक्षर युक्त पत्र सीडीपीओ को सौंप कर केंद्र में पोषाहार देने में असमर्थता जतायी है. सेविकाओं ने कहा है कि, छह माह से पोषाहार के विपत्र का भुगतान नहीं किया गया है. नवंबर 2023 से उधार पर सामान खरीद कर पोषाहार दे रहे हैं. इससे सेविकाओं पर बोझ तो बढ़ ही रहा है, दुकानदार भी उधार पर सामान देने से मना करने लगे हैं. ऐसी स्थिति में जबतक बकाया भुगतान नहीं हो जाता है, तो मई से पूरक पोषाहार बंद रखने को विवश होंगे. सेविकाओं ने इसे लेकर चार सूत्री मांग पत्र दिया है. जिसमें जनवरी 24 से अप्रैल 2024 तक बकाया मानदेय भुगतान, पोषण ट्रैकर में इंट्री रिचार्ज इंसेंटिव का बकाया भुगतान, अन्न प्रासन्न गोदभराई की राशि का भुगतान की मांग शामिल है. सेविकाओं ने बतायी परेशानीसेविकाओं ने बताया कि, विभाग का निर्देश है कि केंद्रों में चावल,दाल व सब्जी भोजन के रूप में दें, पर ना तो गैस सिलिंडर हैं और न बर्तन. पत्र में सेविका सुमित्रा बास्की, डोलिना टुडू, सुलेखा देवी, शिलारानी दे, गीता देवी, सरिता तिवारी, निर्मला देवी, सुलोचना देवी, विद्यारानी, किरण देवी, स्वेता आनंद, राखी देवी आदि सेविकाओं के हस्ताक्षर हैं. इधर, सीडीपीओ ने उक्त पत्र को तीन मई को जिला कल्याण पदाधिकारी को भेज दिया है.
* छह माह से पोषाहार की राशि का नहीं हुआ भुगतान, हजारों बच्चे वंचित
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