करौं . प्रखंड क्षेत्र के रान्हा गांव में मंगलवार को तीन दिवसीय एकादशी उद्यापन अनुष्ठान को लेकर कलश शोभा यात्रा निकाली गयी. इस दौरान पुरोहितों व यजमान ने विधिवत पंचांग पूजन, पोथी पूजन, यज्ञ मंडप पूजन-संकल्प आदि विधि पूर्वक किया गया. इस अवसर पर काशी से आये आचार्य रामानुज शरण, आचार्य दीपक त्रिवेदी , संतोष पांडेय के नेतृत्व में कन्याओं व महिलाओं ने कलश-यात्रा निकाली. महिलाएं आसपास के गांव सिरियां, रजवार टोला, सियाकनारी तक करीब दो किमी भ्रमण किया. इस दौरान कलश यात्रा में शामिल श्रद्दालुओं ने धर्म की जय, अधर्म का नाश हो, विश्व का कल्याण हो, हर हर महादेव के जयकारा लगाता रहा. इस अवसर पर पंडित रामानुज शरण ने एकदशी व्रत उद्यापन महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसकी उपयोगिता आत्मा की शुद्धि व विष्णु भगवान की उपासना और धार्मिक पुस्तकों गीता, पुराण के उपदेशों व विचारों का स्वध्याय करना चाहिए. बताया कि मनुष्य संसारिक झंझटों में उलझकर रह जाते है. इससे छूटकारा पाने के लिये भागवत कथा सुननी चाहिए. इससे कर्म ,धर्म और मोक्ष आदि विषयों के प्रमुख आयामों को समझने की प्रेरणा मिलती है. मौके पर मुख्य यजमान विष्णु प्रसाद चौधरी , लीला देवी, सह यजमान सुधीर चौधरी, अनार देवी, लखन चौधरी , अमर चौधरी, गुंजन चौधरी, सुबल चौधरी के अलावा दर्जनों लोग उपस्थित थे.
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