देवघर : मकर संक्रांति पर बाबा को चढ़ा तिल के लड्डू का भोग, हुई विशेष पूजा
मकर संक्रांति के अवसर पर मंदिर प्रशासक सह डीसी विशाल सागर ने अहले सुबह बाबा बैद्यनाथ मंदिर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था व विधि-व्यवस्था का जायजा लिया. इस दौरान डीसी ने कतारबद्ध जलार्पण के साथ बाबा मंदिर व आसपास के क्षेत्रों में साफ-सफाई व कचरा उठाव को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये.
देवघर : मकर संक्रांति के अवसर पर परंपरा के अनुसार बाबा बैद्यनाथ की विशेष पूजा की गयी. बाबा वैद्यनाथ को सुबह तिल का लड्डू का भोग लगाया गया. शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मकर संक्रांति से माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को कुंभ संक्रांति तक बाबा की विशेष पूजा की जायेगी. एक माह तक रोजाना तिल के लड्डू और दोपहर में विशेष तरह से बनी खिचड़ी का भोग अर्पित किया जायेगा. मां दुर्गा मंडप में शृंगारी परिवार द्वारा विशेष भोग तैयार किया जायेगा. सोमवार को शृंगारी परिवार के उदय शृंगारी ने खिचड़ी का भोग तैयार किया. दोपहर लगभग ढाई बजे मंदिर प्रशासनिक भवन स्थित श्रीयंत्र मंदिर में बाबा बैद्यनाथ के निमित अर्पित किया. भोग लगाने के बाद भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. सोमवार की सुबह मंदिर का पट सुबह लगभग 4:10 बजे खुला. सरदार पंडा गुलाब नंद ओझा ने गर्भ गृह में प्रवेश किया और बाबा की विशेष पूजा शुरू की. बाबा पर कांचा जल अर्पित करने के बाद सरदार पूजा शुरू की गयी. सरदारी पूजा के समापन के बाद भक्तों के लिए पट खोल दिया गया. अहले सुबह से ही भक्त शिवगंगा में डुबकी लगाकर बाबा मंदिर परिसर पहुंचने लगे. भक्तों को मानसरोवर स्थित प्रवेश क्यू कॉम्प्लेक्स से संस्कार मंडप के रास्ते से बाबा मंदिर गर्भ गृह में प्रवेश कराया गया. पट बंद होने तक करीब 50 हजार भक्तों ने पूजा अर्चना कर मंगलकामना की.
मकर संक्रांति पर डीसी पहुंचे बाबा मंदिर किया निरीक्षण
मकर संक्रांति के अवसर पर मंदिर प्रशासक सह देवघर डीसी विशाल सागर ने अहले सुबह बाबा बैद्यनाथ मंदिर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था व विधि-व्यवस्था का जायजा लिया. इस दौरान डीसी ने कतारबद्ध जलार्पण के साथ बाबा मंदिर व आसपास के क्षेत्रों में साफ-सफाई व कचरा उठाव को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये. निरीक्षण के क्रम में विधि व्यवस्था व सुरक्षा व्यवस्था के साथ मंदिर आसपास के क्षेत्रों में तैनात दंडाधिकारियों व सुरक्षा बलों के जवानों से बातचीत करते हुए श्रद्धालुओं के साथ नम्रतापूर्वक अपना व्यवहार रखने की बात कही. संक्रांति को लेकर दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारियों को पूरी सतर्कता और सावधानी के साथ अपने-अपने प्रतिनियुक्त स्थलों पर एक्टिव रहने का निर्देश दिया. वहीं निरीक्षण के क्रम में मंदिर प्रांगण को अतिक्रमण मुक्त रखने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया. मौके पर जिला सांख्यिकी पदाधिकारी कमलेश कुमार, मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त, मंदिर में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी आदि उपस्थित थे.
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