Happy new year 2022: नये साल के पहले दिन देवघर के बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. श्रद्धालुओं के सैलाब के आगे सारी प्रशासनिक व्यवस्था धरी की धरी रह गयी. राज्य में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर प्रशासन की ओर से व्यापक इंतजाम किये गये थे. मास्क और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए जलार्पण कराने की व्यवस्था की गयी थी. लेकिन, श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी उमड़ पड़ी कि सारी व्यवस्था फेल हो गयी.
शनिवार की सुबह श्रद्धालुओं की कतार तीन किलोमीटर दूर बीएड कॉलेज तक पहुंच गयी थी. बाबा मंदिर का पट खुलने के बाद बाबा बैद्यनाथ को जलार्पण करने वालों की कुल संख्या 1,38, 687 पहुंची गयी थी. वहीं, शीघ्रदर्शनम के जरिये 8110 लोगों ने जलार्पण किया. इस कूपन से मंदिर को कुल 40,55,000 रुपये की आमदनी हुई है. इधर, कोविड नियमों का पालन कराने में जिला प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी.
नये साल के पहले दिन बाबा मंदिर का पट सुबह 3:30 बजे खुला. पट खुलते ही पुजारी छोटे लाल झा ने बाबा की पहली पारंपरिक पूजा कांचा जल की शुरुआत की. इसके करीब 20 मिनट बाद दैनिक पूजा शुरू हुई. वहीं, सुबह करीब 4:30 बजे श्रद्धालुओं के लिए पट खोल दिया गया. इस समय ही श्रद्धालुओं की कतार बीएड कॉलेज के पार पहुंच चुकी थी.
श्रद्धालुओं की काफी भीड़ को देखते हुए डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने रूट लाइन से लेकर बाबा मंदिर परिसर तक पैदल मार्च कर निरीक्षण किया. अधिकारियों को बार-बार निर्देश देते रहे. वहीं, एसी धनंजय कुमार सिंह, एसडीपीओ पवन कुमार, मुख्यालय एसडीपीओ मंगल सिंह जामुदा सहित अन्य अधिकारी भी मंदिर व रूट लाइन का निरीक्षण करते रहे.
बाबा मंदिर प्रभारी सह एसडीएम दिनेश यादव अहले सुबह ही भीड़ कंट्रोल करने के लिए बाबा मंदिर पहुंच गये. इतनी भीड़ होने के बावजूद उनका वाहन वीआईपी गेट पर ही खड़ा रहा. इससे लोगों को वीआईपी गेट से मंदिर आने-जाने में काफी परेशानी हुई. भीड़ अधिक होने के कारण कई बार मंदिर कार्यालय के दोनों दरवाजों को बंद भी करना पड़ा था.
शीघ्रदर्शनम प्रवेश द्वार पर दिनभर अफरा-तफरी का माहौल रहा. जलार्पण के दौरान सामान्य कतार को घंटे भर से अधिक समय तक रोक देने से श्रद्धालुओं ने नाराजगी जतायी. जमकर नारेबाजी की. टी जंक्शन पर तेजी से नहीं चलने का असर सामान्य कतार के टेल प्वाइंट तक देखा गया.
Posted By: Samir Ranjan.