मधुपुर . पाथरोल काली मंदिर प्रांगण में चल रहे नौ दिवसीय श्रीश्री 108 शतचंडी महायज्ञ में श्रीमद्भागवत कथा में राधे-राधे श्री राधे के नाम से पूरा पंडाल गुंजायमान हो उठा. कथा श्रवण के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ी पड़ी. वृंदावन धाम से आये कथा व्यास प्रकाश चंद्र महाराज ने कहा कि प्रथम दिवस पर भागवत महात्मय अंतर्गत भक्ति ज्ञान वैराग्य की पुष्टि के लिए नारद जी द्वारा पर्यटन व धुंधकारी की प्रेमत्व से मुक्ति भागवत कथा सुनने से हुई. कथा श्रवण मात्र से ही सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है. कथा के माध्यम से यह सार बताया कि भागवत पुराण श्रवण से बढ़कर दुनिया में अन्य कोई शांति का साधन नहीं है. इस दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं ने भागवत कथा के प्रसंग व भजन पर भक्ति में लीन होकर जमकर तालियां बजायीं और खूब झूमे. विदित हो कि 15 मई को भजन गायिका पल्लवी झा भजनों की प्रस्तुति देंगी, जबकि 16 मई को डिंपल भूमि, 17 मई को सुदेश सिंह, 18 को गौतम दास (बाउल), 19 को कोलकाता के भजन सम्राट शुभम भास्कर व उनकी टीम के द्वारा आलौकिक झांकी की प्रस्तुत होगी. अंतिम दिन 20 मई को भोजपुरी के सुप्रसिद्ध गायिका देवी के भजनों का कार्यक्रम होगा.
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