Jharkhand news, Deoghar news : देवघर : बरहेट के पतना में नाबालिग आदिवासी लड़की की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में झारखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि राज्य की विधि व्यवस्था पर प्रश्न चिह्न खड़ा हो गया है. पुलिस-प्रशासन राज्य सरकार के इशारे पर इस घटना की सलटाने में जुटी है. उन्होंने कहा कि नाबालिग के पिता ने स्पष्ट बयान देकर कहा है कि उनकी बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ और उसके बाद हत्या की गयी. इस घटना को थाने में दर्ज करने से भी अधिकारियों ने मना कर दिया.
श्री प्रकाश ने कहा कि मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र की यह दूसरी भयावह घटना है. सरकारी आंकड़े बोल रहे कि प्रदेश में प्रतिदिन 5 दुष्कर्म की घटनाएं हो रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा राज्यपाल से मांग करती है कि वे इस जघन्य घटना की जांच में हस्तक्षेप करें और उच्चाधिकारियों को निर्देश दें. उन्होंने मांग किया है कि नाबालिग के शव के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी हो और उसका विसरा उच्चस्तरीय फोरेंसिक जांच के लिए सुरक्षित रखा जाये. यदि सरकार इस घटना की लीपापोती करेगी, तो भाजपा आंदोलन को बाध्य होगी.
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अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद समीर उरांव ने बरहेट की घटना की भर्त्सना करते हुए कहा कि हेमंत सरकार में दलित और आदिवासी सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं. यह सरकार आदिवासियों की परंपरा और संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने वाले राष्ट्र विरोधी ताकतों का मुकदमा पहले कैबिनेट में वापस करके अपनी मंशा जाहिर कर चुकी है. उन्होंने कहा कि यह सरकार आदिवासी दलित विरोधी सरकार है.
सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि हेमंत सरकार ने सत्ता में बने रहने का अपना नैतिक अधिकार खो दिया है. आदिवासी समाज में इस सरकार के खिलाफ आक्रोश है. उन्होंने कहा कि संताल परगना में बहन- बेटियों के साथ ऐसा अन्याय कभी नहीं हुआ.
Posted By : Samir Ranjan.