देवघर जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा प्रोजेक्ट कन्या हाईस्कूल, मोहनपुर में कार्यरत शिक्षक सुदाम चंद्र दत्ता को फर्जी हस्ताक्षर के आधार पर डेपुटेशन के आरोप में उन्हें सात अगस्त 2023 को निलंबित किया गया था. गंभीर प्रवृति के आरोपों को लेकर स्कूल की प्रधानाध्यापिका को प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया गया था. लेकिन, अब शिक्षक को बेदाग बता कर मामले को विभागीय कार्रवाई के अधीन रखते हुए उन्हें निलंबन मुक्त कर दिया गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय की यह कार्यशैली चर्चा में है. डीइओ द्वारा जारी किये गये कार्यालय आदेश में कहा गया है कि आदेशानुसार निलंबित शिक्षक सुदाम चंद्र दत्ता अपना फर्जी प्रतिनियोजन आदेश के माध्यम से विरमित करने का दबाव, कार्यालय को साजिशतन गलत नियत व मंशा से बदनाम तथा विभाग की छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से फर्जी तरीके से हस्ताक्षर एवं अवैध निर्गत संख्या का उल्लेख करते हुए जाली, फर्जी प्रतिनियोजन आदेश को प्रसारित करने के प्रथम दृष्टया गंभीर प्रवृति का आरोप प्रमाणित होने के कारण निलंबित किया गया था.
शिक्षक सुदाम चंद्र दत्ता पर फर्जी हस्ताक्षर एवं स्वयं का डेपुटेशन का गंभीर आरोप तय होने के बाद डीइओ, देवघर के निर्देशानुसार प्रोजेक्ट कन्या हाईस्कूल, मोहनपुर की प्रधानाध्यापिका द्वारा 18 अगस्त 2023 को प्राथमिकी दर्ज करने के लिए मोहनपुर थाना में आवेदन दिया गया था. प्रधानाध्यापिका के द्वारा मोहनपुर थाने को दिये गये आवेदन में कहा गया था कि निलंबित शिक्षक सुदाम चंद्र दत्ता के द्वारा जाली हस्ताक्षर कर फर्जी प्रतिनियोजन आदेश स्कूल में प्रस्तुत करने के आरोप में जिला शिक्षा पदाधिकारी के पत्र के आलोक में प्राथमिकी दर्ज करने की कृपा करें. आवश्यक दस्तावेज भी आवेदन के साथ संलग्न किया गया था. शिक्षक के निलंबन के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा था कि उनक फर्जी हस्ताक्षर कर डेपुटेशन कराने वाले शिक्षक सुदाम चंद्र दत्ता के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के लिए स्कूल की प्रधानाध्यापिका के द्वारा 18.08.2023 को मोहनपुर थाने में आवेदन दिया गया है, जिसकी रिसीविंग भी है. लेकिन, प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा रही है.
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