ज्योति कलश यात्रा सफल बनाने को लेकर हुई मंत्रणा
नवयुग निर्माण के लिए गायत्री परिवार की ओर से आयोजन
मधुपुर. शहर के गांधी चौक स्थित गायत्री प्रज्ञापीठ मंदिर में रविवार को गायत्री परिवार के देवघर जिला समन्वयक वरूण कुमार की अध्यक्षता में सदस्यों की एक गोष्ठी आयोजित हुई. वैदिक स्वस्तिवाचन व गुरु गायत्री मंत्र से गोष्ठी प्रारंभ हुआ. कार्यक्रम में जिला उपसमन्वयक उमाकांत राय ने बताया कि गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार से संपूर्ण भारत के चारों दिशाओं में निकली ज्योति कलश रथों में से एक ज्योति कलश रथ देवघर जिला भी पहुंचेगी. जो आगामी 27 अप्रैल से 26 मई तक एक मासीय सनातनी संस्कृति, संस्कार, सभ्यता और सतकर्म का जनजागरण किया जायेगा. इसके साथ में सहयोगी वाहन चलेंगे, जिसमें देवतात्मा तुल्य भाई बहनें होंगे. जो नवयुग निर्माण के लिए अखंड ज्योति एवं परम वंदनीया माता जी के दिव्य अवतरण शताब्दी वर्ष 2026 की तैयारी पर जानकारी देंगे. अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक, युगद्रष्टा वेदमूर्ति पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के साधनात्मक पुरूषार्थ के उस अखंड ज्योति को प्रचंड ज्ञान ज्योति बनाने और आध्यात्मिक महाशक्ति को पूरे विश्व में पहुंचाने की जिम्मेदारी गायत्री परिवार का है, जो किया जा रहा है. यह युग परिवर्तन का संधिकाल है. विचार-विमर्श के उपरांत गायत्री तीर्थ से आनेवाला ज्योति कलश रथ का मधुपुर, मारगोमुंडा, करौं प्रखंड के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जनजागरण तथा प्रचार-प्रसार के परिभ्रमण व रात्रि विश्राम का रूट चार्ट, राह विवरण तैयार किया गया. लोगों ने राष्ट्रव्यापी आयोजन को सफल बनाने का संकल्प लिया. गोष्ठी में मंदिर व्यवस्थापक रामानुज कुमार, जयराम सिंह, शंकर चंडावत, हरीश शर्मा, अजीत कुमार राय, ममता जमुआर, दुर्गावती देवी, पूजा देवी, कामदेव भैया आदि मौजूद थे.
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