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संताल की 21 महिला प्रत्याशियों में से तीन ने जीता चुनाव

विधानसभा चुनाव-2024 में संताल परगना में आधी आबादी ने दम दिखाया. 18 विधानसभा सीटों पर 21 महिला प्रत्याशी आधी आबादी की ओर से चुनाव लड़ी थीं. 21 में से तीन महिलाओं ने पुरुष प्रत्याशियों को शिकस्त दी. इनमें महागामा से दीपिका पांडेय सिंह, जामा से डॉ लुइस मरांडी और पाकुड़ से निशात आलम ने चुनाव जीता.

By Prabhat Khabar News Desk | November 23, 2024 10:14 PM

प्रमुख संवाददाता, देवघर : विधानसभा चुनाव-2024 में संताल परगना में आधी आबादी ने दम दिखाया. 18 विधानसभा सीटों पर 21 महिला प्रत्याशी आधी आबादी की ओर से चुनाव लड़ी थीं. 21 में से तीन महिलाओं ने पुरुष प्रत्याशियों को शिकस्त दी. इनमें महागामा से दीपिका पांडेय सिंह, जामा से डॉ लुइस मरांडी और पाकुड़ से निशात आलम ने चुनाव जीता. दीपिका तो हेमंत सरकार में मंत्री भी रही हैं. वहीं डॉ लुइस मरांडी भी पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार में मंत्री रहीं हैं, तब वे भाजपा में थीं. अपने पति आलमगीर आलम के जेल जाने के बाद कांग्रेस की टिकट पर पहली बार चुनाव जीत कर विधानसभा जायेंगी.

भाजपा की सीता जामताड़ा से हारीं

आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली उपरोक्त चारों महिलाओं का सीधा मुकाबला पुरुष प्रत्याशी से था. जामा में डॉ लुइस का मुकाबला भाजपा के सुरेश मुर्मू से था. महागामा में जहां कांग्रेस की दीपिका की टक्कर भाजपा के अशोक भगत से थी, वहीं जामताड़ा में भाजपा की सीता का मुकाबला कांग्रेस के डॉ इरफान से हुआ. जबकि पाकुड़ विधानसभा में कांग्रेस की निशात आलम की टक्कर आजसू के अजहर इस्लाम और सपा के अकील अख्तर से थी. उपरोक्त महिला प्रत्याशियों के अलावा 17 अन्य महिलाएं भी चुनाव लड़ रही थीं, लेकिन वे सफल नहीं हो सकीं.

मजूबत बैक ग्राउंड रहा है जीती हुई महिला प्रत्याशियों का

संताल परगना में जिन महिलाओं ने चुनाव जीता है, उनका पारिवारिक बैक ग्राउंड काफी मजबूत है. दीपिका के ससुर अवध बिहारी सिंह कई टर्म महागामा के विधायक रहे व बिहार सरकार में मंत्री भी रहे. दीपिका खुद विधायक और हेमंत सरकार में मंत्री रही हैं. जबकि डॉ लुइस मरांडी की बात करें तो उनका कद काफी ऊंचा रहा है. भाजपा संगठन में बड़े पदों पर रहीं. दुमका से विधायक रहीं, रघुवर सरकार में मंत्री भी रहीं. उन्होंने हेमंत सोरेन को 2014 में हराया था. इस बार उन्होंने दल बदला और जेएमएम के टिकट पर दुमका छोड़ जामा से चुनाव लड़ीं. इनके अलावा पाकुड़ से कांग्रेस की प्रत्याशी निशात आलम अभी-अभी राजनीति में आयी हैं. इनके पति पाकुड़ से विधायक और मंत्री भी रहें हैं. वह झारखंड में सबसे अधिक वोटों से जीतीं.

संताल परगना से इन

महिलाओं ने लड़ा चुनाव

मधुपुर-देवकी देवी -निर्दलीय, सारठ-सीपीआइ की छाया कोल और पिंकी कुमारी-निर्दलीय, लिट्टीपाड़ा-प्रमिला मरांडी और मुन्नी हांसदा-निर्दलीय, पाकुड़-निशात आलम : कांग्रेस, जामताड़ा-सीता सोरेन :भाजपा, महागामा-दीपिका पांडेय सिंह : कांग्रेस, जामा-डॉ लुइस मरांडी: झामुमो, निर्दलीय : फोलिना मुर्मू, मीनू मरांडी, विमला मुर्मू और बीनू बेरोनिका, शिकारीपाड़ा-प्रमिला मरांडी, सुशांति हेंब्रम-निर्दलीय, दुमका-सोना मुर्मू : निर्दलीय, जरमुंडी-जुली यादव और ममता वर्मा : निर्दलीय, बोरियो-रंजो कुमारी : निर्दलीय, बरहेट-रानी हांसदा और रोशनी मुर्मू : निर्दलीय.

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-दीपिका पांडेय सिंह, डॉ लुइस मरांडी और निशात आलम ने दी पुरुष प्रत्याशी को टक्कर, जीतीं

-भाजपा की सीता सोरेन जामताड़ा से हारीं

-महागामा, जामा और पाकुड़ विधानसभा सीट पर आधी आबादी का कब्जा

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