पंडा धर्मरक्षिणी सभा ने देवघर बाबा मंदिर प्रबंधक को हटाने और श्राइन बोर्ड की बैठक जल्द बुलाने की मांग की
jharkhand news: महाशिवरात्रि के दिन कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद और बाबा मंदिर प्रबंधक के बीच तीखी बहस का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अब पंडा धर्मरक्षिणी सभा ने मंदिर प्रबंधक को हटाने और जल्द श्राइन बोर्ड की बैठक की मांग की है. वहीं, देवघर डीसी ने इस मामले के जांच के आदेश दिये हैं.
Jharkhand news: महाशिवरात्रि को लेकर देवघर के बाबा मंदिर परिसर में कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के साथ मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त द्वारा हॉट टॉक का मामला बढ़ता जा रहा है. बुधवार को जहां झारखंड विधानसभा में यह मामला उठा, वहीं अब पंडा धर्मरक्षिणी सभा ने भी मंदिर प्रबंधक को हटाने की मांग करते हुए जल्द श्राइन बोर्ड की बैठक करने की मांग की है. साथ ही विशेष दिनों में माननीयों को मंदिर नहीं आने की अपील भी की.
सभा को इग्नोर करने वाले को नहीं किया जायेगा बर्दाश्त
पत्रकारों से बात करते हुए पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष डॉ सुरेश भारद्वाज ने कहा कि श्राइन बोर्ड के हम मेंबर हैं. बोर्ड, सभा के सहयोग से मंदिर का संचालन करता है. बोर्ड बनने के बाद सुविधा बढ़ी है, लेकिन व्यवस्था होने के बाद भी महाशिवरात्रि में अव्यवस्था का आलम रहा. उन्होंने बाबा मंदिर के मुख्य प्रबंधक बनाने पर सवाल भी उठाया. कहा कि सभा को अगर कोई इग्नोर करता है, तो बिल्कुल बर्दास्त नहीं किया जायेगा.
जल्द श्राइन बोर्ड की बैठक बुलाने की मांग
उन्होंने कहा कि जितने भी वीआइपी आते हैं, सबका पंडा होता है. एक कर्मचारी कैसे सबकी पूजा कराता है. सभा की पूरी नजर है कि कैसे निकास द्वार से लोगों को घुसपैठ कराया जा रहा है. सीएम से आग्रह है कि जल्द ही श्राइन बोर्ड की बैठक बुलायें.
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मंदिर प्रबंधक पर हो कार्रवाई
वहीं, पंडा धर्मरक्षिणी सभा के उपाध्यक्ष शंकर सरेवार ने कहा कि मंदिर अगर सही से चलाना है, तो प्रबंधक पर कार्रवाई करनी होगी. उनके खिलाफ कई प्रमाण हैं. अगर व्यवस्था फेल हुई, तो इसके जिम्मेदार प्रबंधक हैं, उन्हें जल्द हटाया जाये. उन्होंने हमें जान से मारने की धमकी दी है. उन्होंने शीघ्रदर्शनम में श्रद्धालुओं की संख्या पर भी सवाल उठाये हैं.
मंदिर प्रबंधक पर लगाया मनमानी का आरोप
सभा के महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर ने कहा कि दो-दो घंटे के स्लॉट में शीघ्रदर्शनम का कूपन काटने की सलाह दी गयी थी, पर लगातार कूपन काटे जाने के कारण अव्यवस्था हुई. शाम साढ़े छह बजे से ही कूपन लेनेवाले भक्तों की एंट्री बंद कर दी गयी. यह सब मंदिर प्रबंधक की मनमानी है. एंट्री बंद होने के बाद दो हजार से अधिक लोगों ने पुरोहितों काे शीघ्रदर्शनम का कूपन लौटा दिया. गरीब पुरोहित कहां से भरेंगे. कूपन लेकर एंट्री करने वाले रास्ते पर हेड काउंटिंग मशीन लगे. वहीं, उपाध्यक्ष मनोज मिश्रा ने कहा कि महाशिवरात्रि के दिन कैसे महिला, बुजुर्ग व बच्चे को बेरहमी से पीटा गया. सारी घटना वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है. उन्होंने शीघ्र दर्शनम का मामला उठाते हुए सीबीआइ जांच की मांग की.
क्या है पूरा मामला
महाशिवरात्रि के दिन बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी. हजारीबाग के बड़कागांव से कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद अपने समर्थकों के साथ पूजा करने भी बाबा मंदिर पहुंची थी. मंदिर में अव्यवस्था व अपने समर्थकों के साथ बदसलूकी को लेकर विधायक और मंदिर प्रबंधक के बीच हॉट-टॉक हुआ था. जिसमें मंदिर प्रबंधक ने विधायक को खरी-खोटी सुनायी थी.
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डीसी ने दिये जांच के आदेश
महाशिवरात्रि के दिन बाबा बैद्यनाथ मंदिर में विधायक अंबा प्रसाद और मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त के बीच बहस को लेकर डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने डीडीसी कुमार ताराचंद को जांच के आदेश दिये हैं. आदेश में उन्होंने डीडीसी से कहा है कि 48 घंटे के अंदर जांच करके तथ्यात्मक जवाब संबंधी प्रतिवेदन डीसी कार्यालय को उपलब्ध करवायें. ताकि उक्त जांच प्रतिवेदन के आधार में कार्रवाई की जा सके.
Posted By: Samir Ranjan.