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एसी में सफर कर रहे यात्रियों को नहीं होगी परेशानी, क्यूआर कोड बतायेगा ट्रेन में चादर व कंबल धुले हैं या नहीं

एसी कोच में क्यूआर कोड को स्कैन कर यात्री ये पता कर सकते हैं कि उनके कोच में दी जाने वाली कंबल, चादर आदि की धुलाई हुई भी है या नहीं. अगर नहीं तो पहले कब इसकी धुलाई हुई थी. वहीं किसी तरह की शिकायत होने पर यात्रा के दौरान ही रेल मदद एप पर इसकी शिकायत कर सकते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | March 29, 2023 4:50 AM
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देवघर: ट्रेन के एसी कोच में सफर कर रहे यात्रियों को अक्सर कोच में मिलने वाले कंबल, चादर व तकिया का कवर गंदा होने की शिकायत होती है. रेलवे ने इसका उपाय खोज लिया है. अब हर एसी कोच में इसके लिए क्यूआर कोड लगाने की तैयारी चल रही है. कई जगह तो क्यूआर कोड को लगा भी दिया गया है. क्यूआर कोड को स्कैन कर यात्री ये पता कर सकते हैं कि उनके कोच में दी जाने वाली कंबल, चादर आदि की धुलाई हुई भी है या नहीं. पहले चरण में वाराणसी के मैकेनाइज्ड लाउंड्री के बेडरोल में क्यूआर कोड लगाया जायेगा. इसके बाद लखनऊ और गोरखपुर की मैकेनाइज्ड लाउंड्री में भी इस सुविधा को बहाल करने की योजना है.

क्यूआर कोड को करना होगा स्कैन

एसी कोच में क्यूआर कोड को स्कैन कर यात्री ये पता कर सकते हैं कि उनके कोच में दी जाने वाली कंबल, चादर आदि की धुलाई हुई भी है या नहीं. अगर नहीं तो पहले कब इसकी धुलाई हुई थी, वहीं किसी तरह की शिकायत होने पर यात्रा के दौरान ही रेल मदद एप पर इसकी शिकायत कर सकते हैं. शिकायत का निष्पादन करने के लिए संबंधित अधिकारी अगले ही स्टेशन पर उपलब्ध रहेंगे.

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आसनसोल मंडल से होगा चालू

इस संबंध में आसनसोल मंडल के सीनियर मैकेनिकल इंजीनियर अविनाश प्रकाश ने बताया कि आसनसोल मंडल से कई ट्रेनें खुलती हैं. जल्द ही इस सिस्टम को आसनसोल मंडल में चालू किया जायेगा. यात्री अपने मोबाइल से क्यूआर कोड का स्कैन कर पूरा स्टेटस पता कर सकते हैं. पहले चरण में वाराणसी के मैकेनाइज्ड लाउंड्री के बेडरोल में क्यूआर कोड लगाया जायेगा. इसके बाद लखनऊ और गोरखपुर की मैकेनाइज्ड लाउंड्री में भी इस सुविधा को बहाल करने की योजना है.

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