देवघर एम्स में जेनरल सर्जरी विभाग में फुल एचडी लेप्रोस्कोपी प्रणाली का गुरुवार को उद्घाटन हुआ. इसका उद्घाटन एम्स के इडी सह सीइओ प्रो डॉ सौरभ वार्ष्णेय ने किया. इस संबंध जेनरल सर्जरी विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टर ने जानकारी दी कि एम्स देवघर में यह बड़ी सुविधा शुरू हुई है. इससे झारखंड और पड़ोसी राज्यों के लोगों के लिए न्यूनतम पहुंच विधियों के माध्यम से परिष्कृत सर्जिकल तकनीक का फायदा मिलेगा. लेप्रोस्कोपिक सर्जरी, जिसे ”दूरबिन द्वारा सर्जरी”, ”छोटा चीर-फार सर्जरी” के नाम से जाना जाता है. पारंपरिक ओपन सर्जरी की तुलना में यह फायदेमंद है. जैसे, तेजी से रिकवरी, कम पोस्टऑपरेटिव दर्द, कम समय तक अस्पताल में रहना, सुविधा काम पर जल्दी वापसी और कम जटिलताएं, जिनमें संक्रमण और इंसिजनल हर्निया में उल्लेखनीय कमी शामिल है.
एम्स देवघर में सर्जरी विभाग लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की एक शृंखला में लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टोमी, इनगुइनल हर्निया के लिए टीएपीपी और टीइपी प्रक्रिया, लोअर वेंट्रल हर्निया के लिए इटीइपी, वेंट्रल हर्निया के लिए आइपीओएम और टीएआरएम, वैरिकोसेले के लिए लैप वेरिसियल लिगेशन, लैप सिस्ट शामिल हैं. इसमें हाइडेटिड और लिवर सिस्ट, बाउल रिसेक्शन और एनास्टोमोसिस, वजन घटाने की सर्जरी (बेरिएट्रिक और मेटाबोलिक सर्जरी), कोलो-रेक्टल कैंसर सर्जरी, और बहुत कुछ के लिए छांटना और डी-रूफिंग की सुविधा है. मौके पर एमएस और एचओडी सर्जरी डॉ सत्य रंजन पात्रा और एचओडी एनेस्थीसिया डॉ संजय कुमार सहित कई डॉक्टर व एम्स के पदाधिकारी मौजूद थे.
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