मुआवजे की मांग पर सड़क पर शव रख उतरे लोग, पांच किमी लंबा लगा जाम

बासुकिनाथ के पास बस चालक की पिटाई के बाद मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 31, 2024 8:34 PM

प्रभात खबर टोली, मोहनपुर/देवघर.

मोहनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत देवघर-गोड्डा मुख्य पथ स्थित चकरमा गांव के समीप अजीत झा (38) के परिजनों व ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर सड़क पर शव रखकर जाम कर दिया. इस दौरान करीब दो घंटे तक तक करीब पांच किमी लंबा जाम लग गया. सड़क के दोनों ओर वाहनों का लंबा काफिला खड़ा हो गया था. इसमें काफी संख्या में कांवरिया व श्रद्धालुओं के वाहन भी फंसे थे. सड़क जाम की सूचना मिलते ही मोहनपुर सर्किल के इंस्पेक्टर शिवनारायण कामद, अंचल निरक्षक कामदेव प्रसाद, रिखिया थाना प्रभारी संजय कुमार, जिप सदस्य गीता मंडल, मुखिया रंजीत प्रधान,अजय दास, समाजसेवी प्रमोद यादव समेत मोहनपुर थाने के आधा दर्जन पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे व पीड़ित परिजनों को समझा-बुझाकर जाम को हटवाया. अंचल निरीक्षक ने पीड़ित परिजनों व मृतक के आश्रितों को सरकारी योजना के तहत सरकारी लाभ देने की घोषणा की. साथ ही मृतक अजित झा की पत्नी पूजा देवी का विधवा पेंशन स्वीकृत किया गया.

बस से बाइक सवार युवक की मौत के बाद भीड़ ने की थी पिटाई

घटना के संबंध में बताया जाता है कि मृतक अजित झा बस चालक का काम करता था. मंगलवार को देवघर से बस लेकर बासुकिनाथ की ओर जा रहा था. इसी क्रम में जरमुंडी थाना क्षेत्र के बजरंगबली मोड़ के पास उसी बस से एक बाइक की जोरदार टक्कर हो गयी, जिसमें बाइक सवार युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. घटना के बाद बाइक चालक वहां से फरार हो गया. लेकिन, भीड़ ने बस के चालक अजित झा को पकड़ कर उसकी पिटाई कर दी, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया. स्थानीय पुलिस ने उसे इलाज के लिए पहले दुमका स्थित फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज भेजा. घटना की सूचना मिलने पर परिजन पहुंचे. ऑन ड्यूटी चिकित्सक ने स्थिति नाजुक देख व वैन से संबंधित समस्या के इलाज के लिए परिजनों को बेहतर इलाज के लिए धनबाद पीएमसीएच भेज दिया. धनबाद में भी गंभीर हालत देखकर वहां से रिम्स ले जाया गया. रांची ले जाने के क्रम में घायल अजित झा ने बोकारो के समीप दम तोड़ दिया. इसके बाद परिजन मृतक के शव को लेकर बुधवार की सुबह देवघर पहुंचे, फिर परिजन व ग्रामीणों से सलाह के बाद सड़क जाम कर दिया.

परिजनों का आरोप, पुलिस सतर्कता दिखाती तो बच सकती थी जान

मृतक के परिजनों ने कहा कि मॉब लिंचिंग में अजीत झा की हत्या हो गयी. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस भी उसे नहीं बचा सकी. यदि पुलिस सतर्कता दिखाती तो अजीत की जान बच सकती थी.

दाह संस्कार के लिए नजदीकी लोगों व प्रशासन ने की आर्थिक मदद

मृतक अजीत झा के परिवार की माली हालत काफी खराब है. मृतक ही घर में एकमात्र कामकाजी व्यक्ति था. उसके भरोसे ही घर में पत्नी समेत दो नाबालिग पुत्री व उसकी वृद्ध माता का भरण-पोषण होता था. घटना के बाद परिजनों के पास रांची से देवघर लौटने तक के लिए एंबुलेंस का किराया नहीं था. कुछ नजदीकी लोगों व सहयोगियों ने एंबुलेंस के साथ-साथ दाह-संस्कार में भी सहयोग किया.

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हाइलाट्स

बस-बाइक की टक्कर के बाद चालक की हुई थी पिटाई, मॉब लिंचिंग का आरोपमोहनपुर थाना क्षेत्र के चकरमा गांव का रहने वाला था मृतक

पिटाई के बाद इलाज के लिए पहुंचाया गया था दुमका फूलो झानो मेडिकल कॉलेज

दुमका से धनबाद व रांची ले जाने के क्रम में हुई मौत

देवघर-गोड्डा मुख्य पथ पर जाम फंसे लोग रहे परेशान

पत्नी को विधवा पेंशन देने की घोषणा के आश्वासन पर हटा जाम

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