सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर रहे पेट्रोल पंप मालिक, 54 में सिर्फ 17 के पास ही प्रदूषण जांच केंद्र
देवघर जिले के अंतर्गत 54 पेट्रोल पंपों का संचालन हो रहा है. इसमें 17 पेट्रोल पंपों पर ही प्रदूषण जांच करने की व्यवस्था है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, दो से तीन पेट्रोल पंपों के प्रदूषण केंद्र के लाइसेंस भी फेल हो चुके हैं.
देवघर: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सभी पेट्रोल पंपों पर प्रदूषण जांच केंद्र स्थापित करना अनिवार्य कर दिया गया है. इसके साथ ही केंद्रों को ऑनलाइन करने का भी आदेश दिया गया है, ताकि प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र ऑनलाइन जारी हो सके. डीटीओ शैलेंद्र कुमार रजक ने जिले के अंतर्गत स्थित सभी पेट्रोल पंप मालिकों को इस आदेश का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है. जानकारी मिली है कि कुछ के पास लाइसेंस अपडेट नहीं है. एमवीआई को निर्देश दिया जायेगा और पूरी रिपोर्ट ली जायेगी. प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर पेट्रोल पंपों के संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.
17 पेट्रोल पंपों पर ही प्रदूषण जांच करने की व्यवस्था
देवघर जिले के अंतर्गत 54 पेट्रोल पंपों का संचालन हो रहा है. इसमें 17 पेट्रोल पंपों पर ही प्रदूषण जांच करने की व्यवस्था है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, दो से तीन पेट्रोल पंपों के प्रदूषण केंद्र के लाइसेंस भी फेल हो चुके हैं. विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए पेट्रोल पंप संचालकों को लाइसेंस अपडेट कराने का निर्देश जारी किया है. साथ ही बाकी पंपों को प्रदूषण केंद्र खोलने के लिए विभागीय पोर्टल पर लाइसेंस लेने के लिए आवेदन करने का निर्देश दिया है.
कहते हैं डीटीओ
देवघर के डीटीओ शैलेंद्र कुमार रजक कहते हैं कि करीब-करीब सभी के पास प्रदूषण जांच केंद्र है. जानकारी मिली है कि कुछ के पास लाइसेंस अपडेट नहीं है, बावजूद इसकी पूरी जांच होगी. एमवीआई को निर्देश दिया जायेगा और पूरी रिपोर्ट ली जायेगी. प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर पंपों के संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.