जेसीबी के साथ पहुंची चार थानों की पुलिस, मकान तोड़ने में नाकाम

गुरुवार को रेलवे लाइन के निकट स्थित दो मकानों को खाली कराने के लिए अंचल अधिकारी यामुन रविदास समेत चार थाना क्षेत्रों की पुलिस टीम जेसीबी मशीन के साथ पहुंची. टीम ने मकान तोड़ने का प्रयास भी किया, लेकिन घरवालों के विरोध के कारण दोनों मकान खाली नहीं कराये जा सके.

By Prabhat Khabar News Desk | September 5, 2024 8:24 PM

प्रतिनिधि, मधुपुर(देवघर).

मधुपुर-गिरिडीह एनएच 114ए पर पथरिया के निकट रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) निर्माण कार्य में एक बार फिर अड़चनें सामने आ रही हैं. 33 करोड़ की लागत से बन रहे इस महत्वपूर्ण आरओबी का काम जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण बाधित हो रहा है. गुरुवार को रेलवे लाइन के निकट स्थित दो मकानों को खाली कराने के लिए अंचल अधिकारी यामुन रविदास समेत चार थाना क्षेत्रों की पुलिस टीम जेसीबी मशीन के साथ पहुंची. टीम ने मकान तोड़ने का प्रयास भी किया, लेकिन घरवालों के विरोध के कारण दोनों मकान खाली नहीं कराये जा सके. बताया जा रहा है कि ये तीनों मकान इस आरओबी के निर्माण में बाधा बने हुए हैं. इनमें से एक मकान मालिक ने सहमति देकर अपना घर खाली कर दिया है, जबकि अन्य दो मकानों के मालिकों ने बताया कि उन्हें अब तक मुआवजा नहीं मिला है. इसी कारण वे मकान खाली करने के लिए तैयार नहीं हैं.जमीन अधिग्रहण में विवाद और देरी

आरओबी निर्माण के लिए कुल 40 रैयतों (जमीन मालिकों) को उनकी जमीन का मुआवजा दिया जाना है, जिनमें से कुछ को भुगतान हो चुका है. हालांकि, कुछ मामलों में आपसी विवाद के कारण मुआवजे का भुगतान अटका हुआ है और यह मामला दुमका के एलए (लैंड एक्विज़िशन) कोर्ट में लंबित है. अधिकारियों के अनुसार, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है, लेकिन इन लंबित विवादों के चलते निर्माण कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.

प्रशासन की कार्रवाई का मकान मालिकों ने किया विरोध

जमीन खाली कराने के लिए अंचल अधिकारी को दंडाधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था. मौके पर अंचल पुलिस निरीक्षक अवधेश कुमार, मधुपुर थाना के इंस्पेक्टर इंचार्ज सतीश गोराई, मधुपुर महिला थाना प्रभारी, बुढैई थाना प्रभारी व पाथरोल थाना के अधिकारी थे, लेकिन विरोध के चलते मकानों को हटाया नहीं जा सका. दोनों मकान मालिकों को 10 दिन का समय दिया गया है, ताकि वे अपने घर खाली कर सकें. प्रशासन का कहना है कि मकान मालिकों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है. आरओबी का निर्माण कार्य रेलवे गेट को बंद करने के उद्देश्य से किया जा रहा है, ताकि यातायात सुगम हो सके. एनएच देवघर डिविजन के कार्यपालक अभियंता दिलीप कुमार साह, सहायक अभियंता अशोक कुमार, कनीय अभियंता राज कुमार और निर्माण एजेंसी के अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे. इसके अतिरिक्त, पूर्व मुखिया कलाम शेख, सिकंदर शेख आदि भी इस प्रक्रिया के दौरान उपस्थित थे.

मधुपुर में सुगम आवागमन के लिए आरओबी बनना जरूरी

मधुपुर में आरओबी का निर्माण परियोजना बेहद महत्वपूर्ण है, लेकिन जमीन अधिग्रहण में देरी और मुआवजा विवाद इसे आगे बढ़ाने में मुख्य बाधाएं बन रहे हैं. यदि समय पर समाधान नहीं निकाला गया, तो परियोजना की लागत और समय सीमा दोनों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है.

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