झारखंड : बिना बिजली ग्रामीणों को थमाये जा रहे थे बिल, खबर छपने के बाद इंजीनियर ने दिये जांच के आदेश
देवघर जिले जमुनियांटांड़ के टीला टोला मामले में इंजीनियर ने जांच के निर्देश दिए हैं. टोले में जाकर पूरे वस्तुस्थिति का जायजा लेकर साक्ष्य के साथ रिपोर्ट सौंपने की बात भी कही गई है.
देवघर जिले के मोहनपुर के जमुनियांटांड़ में बिजली नहीं रहने के बावजूद लगातार बिल आने की खबर प्रकाशित होने के बाद विभाग के वरीय पदाधिकारियों की नींद टूटी है. बिजली विभाग के सुप्रीटेंडेंट इंजिनीयर अशोक कुमार उपाध्याय ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच कराने के निर्देश दिये हैं.
सुप्रीटेंडेंट इंजिनीयर ने क्या कहा
सुप्रीटेंडेंट इंजिनीयर ने कनीय अभियंता को गांव जाकर इसकी जांच करने को कहा है कि उपभोक्ताओं के घरों में पहले से बिजली जल रही है या फिर नहीं. दोनों ही सूरत में साक्ष्य के साथ रिपोर्ट मांगी गयी है. इसके बाद तय हो जायेगा कि कनेक्शन था या नहीं. कनेक्शन नहीं रहने की सूरत में उपभोक्ताओं को कनेक्शन आवंटित किया जायेगा, जबकि उनके द्वारा भुगतेय बिल को आने वाले बिल में समायोजित किया जायेगा.
बिजली नहीं आई, लेकिन हर महीने आता है बिल
बता दें कि प्रभात खबर ने इन न्यूज को प्रमुखता से छापा था, जिसका असर देखने को मिला है. दरअसल, देवघर जिले के मोहनपुर के जमुनियांटांड़ के 20 घरों की आबादी वाले टीला टोला में बिजली तो नहीं आयी, लेकिन हर महीने बिजली बिल जरूर आ जाता है. जेल जाने के डर से यहां के लोग अब तक बिल भी जमा कर रहे थे.
ग्रामीणों ने क्या कहा
ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग की ओर से 14 परिवार को कंज्यूमर बनाकर कागज पर ही कनेक्शन दे दिया गया. इसके बाद से लगातार बिल भी भेजा जा रहा है. इस मुहल्ले में न तो ट्रांसफाॅर्मर है, न ही कहीं बिजली का तार बिछा है. बिजली विभाग की कार्रवाई और जेल जाने के भय से लोग बिल जमा कर रहे हैं. रात में मोमबत्ती और लालटेन जलाकर रात गुजार रहे हैं. हर महीने बिजली बिल भेजे जाने से ग्रामीण भी परेशान हैं.
ग्रामीणों ने की थी शिकायत
हालांकि, ग्रामीणों की शिकायत पर जिला परिषद सदस्य गीता मंडल और पंचायत समिति सदस्य नकुल तांती ने ग्रामीणों के साथ बैठक की और उनकी समस्याओं को जाना. इसके बाद इनलोगों ने जल्द ही समस्या का समाधान करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया.
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