Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana : झारखंड में राशन डीलरों का दुस्साहस, कागजों पर बांट दिए 44, 250 क्विंटल गरीबों के अनाज, पढ़िए ये रिपोर्ट
Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana : देवघर : प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में देवघर में डीलरों ने भारी गड़बड़ी की है. योजना के तहत नवंबर माह के लिए अनाज का आवंटन होने से पहले ही डीलरों ने इसे गरीबों के बीच बांट दिया. अनाज न तो एफसीआइ गोदाम पहुंचा और न ही जनवितरण की दुकान में, इसके बावजदू जिले के 750 डीलरों ने करीब 44,250 क्विंटल अनाज (करीब 75 फीसदी) बांट देने का दावा कर दिया. आहार झारखंड की वेबसाइड पर इससे संबंधित इंट्री भी कर दी. यही नहीं इन डीलरों ने इसी योजना के तहत लगभग 50 फीसदी चना भी कागज पर बांट दिये. इसकी भी ऑनलाइन इंट्री कर दी है. अब सवाल है कि इन डीलरों को चावल और चना मिला ही नहीं, तो इन्होंने कैसे व कहां से बांट दिया.
Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana : देवघर : प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में देवघर में डीलरों ने भारी गड़बड़ी की है. योजना के तहत नवंबर माह के लिए अनाज का आवंटन होने से पहले ही डीलरों ने इसे गरीबों के बीच बांट दिया. अनाज न तो एफसीआइ गोदाम पहुंचा और न ही जनवितरण की दुकान में, इसके बावजदू जिले के 750 डीलरों ने करीब 44,250 क्विंटल अनाज (करीब 75 फीसदी) बांट देने का दावा कर दिया. आहार झारखंड की वेबसाइड पर इससे संबंधित इंट्री भी कर दी. यही नहीं इन डीलरों ने इसी योजना के तहत लगभग 50 फीसदी चना भी कागज पर बांट दिये. इसकी भी ऑनलाइन इंट्री कर दी है. अब सवाल है कि इन डीलरों को चावल और चना मिला ही नहीं, तो इन्होंने कैसे व कहां से बांट दिया.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत नवंबर माह के अनाज का आवंटन समय पर नहीं हुआ. जिले से मुख्यालय को पत्र भी लिखा गया, लेकिन यकायक मुख्यालय से नवंबर माह के अनाज में 50 फीसदी की कटौती होने की सूचना के साथ आवंटन की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी. अंतिम सप्ताह में डीएम एसएफसी गोदाम में अनाज का आवंटन कर कटौती करते हुए पांच किलो की जगह ढाई-ढाई किलो प्रति व्यक्ति अनाज वितरण करने का आदेश जारी किया गया. पर इसके पहले ही जिले भर के डीलरों ने फर्जी तरीके से पर्ची निकाल कर नवंबर माह के अनाज का वितरण कर दिया था.
गरीबों के अनाज के घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद डीएसओ ने जिले भर के 750 डीलरों को नोटिस जारी किया है. इनसे दो दिनों के अंदर लिखित जवाब मांगा है. योजना में गड़बड़ी की खबर से जिले भर में हड़कंप मचा हुआ है. अब डीलरों को जवाब नहीं सुझ रहा है. डीलरों की मानें, तो सारा सिस्टम की खराबी की वजह से हुआ है. अब इस संबंध में जांच तेज कर दी गयी है. इस योजना के तहत जिले में हर माह करीब 59 हजार क्विंटल अनाज का आवंटन होता है. लूट होने के बाद पकड़े जाने पर डीलर को चंद माह के लिए निलंबित कर दिया गया. पर बाद में इनका निलंबन वापस ले लिया जाता है. लाइसेंस रद्द नहीं होता है, इसलिए लूट का खेल जारी रहता है.
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कोरोना काल में देशभर में लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री ने गरीबों को मुफ्त अनाज देने की घोषणा की थी. देश के 80 करोड़ लोगों को नवंबर तक प्रति व्यक्ति पांच किलो अनाज फ्री में उपलब्ध कराया गया. राशन कार्डधारियों को प्रति सदस्य पांच किलो अनाज देने का प्रावधान है. बिना राशन कार्ड वाले को भी इसका लाभ दिया गया. राशन कार्ड के आवेदकों को केवल उनके आवेदन के आधार पर ही डीलरों के माध्यम से अनाज उपलब्ध कराया गया.
डीएसओ विशालदीप खालको ने कहा कि अनाज का आवंटन हुआ ही नहीं, डीलरों ने फर्जी तरीके से पर्ची निकाल कर वितरण कर दिया. इस कारण नवंबर का जो आवंटन जिले को मिला, उसमें 50 फीसदी की कटौती कर दी गयी है. जिलेभर में 750 डीलरों को जवाब देने के लिए कहा है. जवाब संतोषजनक नहीं पाये जाने पर विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी.
Posted By : Guru Swarup Mishra