झारखंड : देवघर में श्रावणी मेले की तैयारी तेज, नये रूप में दिखेगी शीघ्रदर्शनम व्यवस्था
देवघर में श्रावणी मेले की तैयारी शुरू हो गयी है. शीघ्रदर्शनम व्यवस्था को भी नया रूप दिया जा रहा है. शीघ्रदर्शनम कूपन में श्रद्धालुओं और पुरोहितों की डिटेल्स होगी. सिस्टम पूरी तरह से ऑनलाइन होगा.
देवघर, संजीव मिश्रा : बाबा मंदिर की मुख्य आय का स्रोत चढ़ावा और विकास पात्र से आये राशि के अलावा शीघ्र दर्शनम कूपन से होनी वाली आय से है. कूपन से हर दिन मंदिर को लाखों की आमदनी हो रही है. इस आय में किसी तरह के फर्जीवाड़े की संभावना नहीं हो, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है. वर्तमान व्यवस्था के तहत आये दिन मिल रही शिकायत को ध्यान में रखते हुए पूरे सिस्टम को ही बदला जा रहा है. हर दिन समय और डेट के साथ कूपन का हिसाब एक क्लिक से देखने की व्यवस्था की जा रही है.
क्या होगी व्यवस्था
नये सिस्टम को लागू करने के लिए अब पूरे सॉफ्टवेयर को ही बदला जा रहा है. कूपन जारी करने वाले कर्मचारी ही इसे रिचार्ज करेंगे. कूपन जारी करते समय तारीख के साथ श्रद्धालुओं व उनके पुरोहितों का नाम भी होगा. कूपन जारी करते समय इसे लेने वाले को डिस्पैच स्लिप भी दी जायेगी. कूपन लेकर प्रवेश करते समय जैसे ही कूपन को स्कैन किया जायेगा. वहां पर लगे डिसप्ले में पूरी डिटेल दिख जायेगी. उसमें जारी होने का समय तारीख एवं उनके पुरोहित का भी नाम भी दिखेगा.
पुराने कूपन का उपयोग करते ही पकड़े जायेंगे
शीघ्रदर्शनम कूपन केवल जारी किये गये दिन में ही काम करेगा. जैसे ही कोई श्रद्धालु पुराने कूपन से प्रवेश करने के लिए स्कैनर में कूपन लगायेगा. गेट खुलेगा ही नहीं. साथ-ही डिसप्ले में पूरी डिटेल्स में दिख जायेगी. इससे गलत कूपन देने वाले के विरुद्ध कार्रवाई करने में आसानी होगी.
मेले से पहले शुरू कर दी जायेगी व्यवस्था
इस व्यवस्था को श्रावणी मेला के पूर्व हर हाल में चालू कर दिया जायेगा. सिस्टम पूरी तरह से ऑनलाइन होगा. जारी करने की सारी गतिविधि आला अधिकारी जब चाहेंगे, देख सकेंगे. ये पूरी तरह से नेट से कनैक्ट रहेगा. सिस्टम को अपडेट करने के बाद तीन से चार दिन तक ट्रायल लिया जायेगा. ट्रायल सफल होते ही इसे पूरी तरह से लागू कर दिया जायेगा.
सिस्टम को किया जा रहा अपडेट : दीपांकर चौधरी
इस संबंध में बाबा मंदिर प्रभारी सह एसडीएम दीपांकर चौधरी ने कहा कि सिस्टम को अपडेट किया जा रहा है. नये व्यवस्था के तहत इसमें जारी करने वाले एवं श्रद्धालु एवं उनके पुरोहित का नाम, समय और डेट के साथ अंकित रहेगा, जो कि डिसप्ले में भी दिखेगा. सिस्टम को अपडेट किया जा रहा है. अपडेट होते ही ट्रायल शुरू किया जायेगा.