संवाददाता, देवघर : नगर निगम की ओर से देवघर शहरी क्षेत्र में जर्जर भवनों को गिराने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए भवन मालिकों को भवन को खुद से तोड़ने का अवसर दिया जायेगा. वहीं उनके द्वारा आनाकानी या बहाना बनाने पर नगर निगम की ओर से जर्जर भवनों को गिराया जायेगा तथा इसका सारा खर्च भवन मालिक से वसूला जायेगा.
शनिवार को उप नगर आयुक्त सागरी बराल ने टीम के साथ बैठक कर जर्जर भवनों की रिपोर्ट मांगी. इसमें सभी सदस्यों ने रिपोर्ट जमा किये. जानकारी के अनुसार, इतने कम समय में निगम क्षेत्र के सभी जर्जर मकानों को चिह्नित करना संभव नहीं है, बावजूद दो दर्जन से अधिक जर्जर मकानों काे तोड़ने की तैयारी की जा रही है. मकान मालिकों से नोटिस भेज कर भवन गिराने, मरम्मत करने या सौंदर्यीकरण से संबंधित राय मांगी जायेगी. उसके बाद निगम के अभियंताओं की देखरेख में भवन गिराने, मरम्मत करने या सौंदर्यीकरण का कार्य किया जायेगा. निगम की ओर से भवन गिराने पर मकान मालिकों से पैसे की वसूली की जायेगी. विदित हो कि सात दिसंबर को जर्जर भवनों की रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक सहायक नगर आयुक्त, एक सिटी मैनेजर, एक सहायक अभियंता, एक सहायक नगर निवेशक व छह कनीय अभियंताओं की कमेटी बनायी गयी थी. बैठक में सहायक नगर आयुक्त गौरव कुमार, नगर प्रबंधक प्रकाश मिश्रा, सहायक नगर निवेशक विवेकानंद भूईया, अमीन शंभू प्रसाद व सभी कनीय अभियंता मौजूद थे.हाइलाइट्स
उप नगर आयुक्त ने कमेटी के सदस्यों के साथ की बैठकडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है