Shravani Mela 2021 : बाबानगरी में श्रद्धालुओं को रोकने की तैयारी, सभी इंट्री प्वाइंट में हो रही है बैरिकेडिंग

Shravani Mela 2021 (देवघर) : सावन शुरू होने में 5 दिन शेष रह गये हैं, वहीं बांग्ला पंचांग के अनुसार, सावन माह शुरू हो चुका है. दूसरी ओर, कोरोना के तीसरी लहर को देखते हुए दूसरी बार श्रावणी मेला नहीं लगना तय माना जा रहा है. श्रद्धालुओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन जोर-शोर से तैयारी कर रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2021 4:41 PM
an image

Shravani Mela 2021, Jharkhand News (देवघर) : सावन शुरू होने में 5 दिन शेष रह गये हैं, वहीं बांग्ला पंचांग के अनुसार सावन माह शुरू हो चुका है. दूसरी ओर, कोरोना के तीसरी लहर को देखते हुए दूसरी बार श्रावणी मेला नहीं लगना तय माना जा रहा है. यही वजह है कि श्रद्धालुओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जोर-शोर से तैयारी की जा रही है.

बाबा नगरी में प्रवेश करने के सभी रास्ते को सील करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. शिवगंगा के किनारे नेहरू पार्क के मुख्य द्वार पर अस्थायी प्रशासनिक कार्यालय का निर्माण पूरा कर लिया गया. इस तरह के कार्यालय शहर में प्रवेश करने के सही मुख्य रास्ते पर बनाये जा रहे हैं, ताकि शहर के प्रवेश द्वार पर ही श्रद्धालुओं को रोका जा सके.

तीनों स्थायी कार्यालयों में पूरे महीने दिन-रात तीन पाली में पुलिस पदाधिकारी, पुलिस बल व दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति होगी. शिवगंगा में कोई स्नान नहीं कर सके, इसके लिए भी पुख्ता प्रबंध किये जा रहे हैं. शिवगंगा को घेरने के लिए चारों ओर बांस-बल्ला गिराने का काम जारी है. एक-दो दिन में शिवगंगा को चारों तरफ से सील किया जायेगा. जिला प्रशासन के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य के बॉर्डर दुम्मा गेट को भी सील करने का आदेश जारी कर दिया गया है.

Also Read: श्रावणी मेला नहीं लगने के बढ़े आसार, देवघर में बाबा मंदिर जाने के सभी रास्ते श्रद्धालुओं के लिए होंगे बंद
बांग्ला सावन की पहली सोमवार आज

रविवार को बाबा मंदिर में पुजारी सुशील झा ने संकल्प कर सादगी पूर्वक पूजा की. परंपरा के अनुसार, सबसे पहले बाबा को कांचा जल अर्पित कर फुलेल लगाया गया. उसके बाद पुजारी ने षोड्शोपचार विधि से करीब एक घंटे तक बाबा को दूध, दही, शक्कर, जेनब फूल, बेलपत्र आदि अर्पित कर पूजा संपन्न किया. इसके बाद पुरोहित समाज के लोगों ने सीमित संख्या में बांग्ला सावन के पहले दिन बाबा की स्पर्श पूजा की.

Posted By : Samir Ranjan.

Exit mobile version