देवघर रिंग रोड के लिए 727 एकड़ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी, मंत्रालय से पहले फेज में 50 करोड़ स्वीकृत
देवघर रिंग रोड में कुल 727 एकड़ भूमि में कुल 400 करोड़ रुपये मुआवजा राशि का भुगतान किया जाना है. भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो गई है. केवल भूमि अधिग्रहण के लिए 202 करोड़ रुपये के मुआवजे का प्रस्ताव भेजा गया है. मंत्रालय से पहले फेज में 50 करोड़ स्वीकृत हुआ है. शेष राशि दूसरे फेज में दी जायेगी.
Deoghar News: करीब 65 किलोमीटर लंबी देवघर रिंग रोड की भूमि अधिग्रहण की सभी विभागीय प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. जिला भू-अर्जन कार्यालय से कुल 727 एकड़ भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा कर नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को भेज दिया गया है. भू-अर्जन कार्यालय से केवल भूमि अधिग्रहण के लिए 202 करोड़ रुपये के मुआवजे का प्रस्ताव भेजा गया है. इसमें केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय द्वारा पहले पेज में 50 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत कर दी गयी है. शेष राशि दूसरे फेज में दी जायेगी.
दुर्गा पूजा के बाद से शुरू होगा जमीन मालिकों को भुगतान
दुर्गा पूजा के बाद से रैयतों को पोर्टल के माध्यम से बैंक के खाते में सीधे मुआवजे की राशि का भुगतान शुरू किया जायेगा. एनएचएआइ द्वारा इसकी सारी तैयारी कर ली गयी है. एनएचएआइ के अनुसार कुल 727 एकड़ भूमि में कुल 400 करोड़ रुपये मुआवजा राशि का भुगतान किया जाना है. इसमें 200 करोड़ मकान, बाउंड्री, पेड़ सहित अन्य कंस्ट्रक्शन में भुगतान किये जायेंगे. पहले चरण में रैयतों को जमीन का मुआवजा दिया जाना है, दूसरे चरण में मकान, बाउंड्री, पेड़ सहित अन्य कंस्ट्रक्शन का भुगतान किया जायेगा. देवघर रोड में कुल 78 मौजा की जमीन जा रही है. इसमें 727 एकड़ रैयती और 226 एकड़ सरकारी भूमि में काम होगा. दिसंबर तक रिंग रोड की टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य भी चालू होने की संभावना है. रिंग रोड का टेंडर हो चुका है. इसमें कई एजेंसियों ने हिस्सा लिया है. अगले महीने टेंडर खुलने की संभावना है.
केंद्र सरकार ने दो हजार करोड़ रुपये की दी है मंजूरी
पिछले दिनों सांसद डॉ निशिकांत दुबे के प्रस्ताव पर दिल्ली में 55वीं नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) की बैठक में पीएम गतिशक्ति योजना के तहत देवघर रिंग रोड के लिये दो हजार करोड़ रुपये की मंजूरी दी है. देवघर रिंग रोड देवघर शहर का बाइपास होगा, जिससे शहर में ट्रैफिक का दबाव कम होने के साथ स्थानीय इंडस्ट्रियल पार्क व इंडस्ट्रियल ग्रुप को सुविधा होगी. इस रिंग रोड के बनने से यात्री परिवहन के लाभ के अलावा कृषि-उत्पाद, कोयला, लौह अयस्क और तैयार उत्पादों, लोहा, स्टील, सीमेंट उद्योग का विकास होने की संभावना है. मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी से देवघर को जोड़ते हुए डेवलपमेंट करने की योजना है. कुल 65 किलोमीटर का यह रिंग रोड तीन नेशनल हाइवे को कनेक्ट करेगा, इसकी शुरुआत एनएच 114ए सारवां रोड से शुरू होकर देवघर एयरपोर्ट व एम्स को जोड़ते हुए खोरीपानन के पास एनएच 333 व दर्दमारा होते हुए मोहनपुर में एनएच 133 व वापस दुमका रोड में एनएच 114ए को कनेक्ट कर देगी.
देवघर रिंग रोड में कुल 727 एकड़ भूमि में कुल 400 करोड़ रुपये मुआवजा राशि का भुगतान किया जाना है. इसमें 202 करोड़ रुपये जमीन के लिए मुआवजा राशि दी जायेगी तथा शेष 200 करोड़ रुपये मकान, बाउंड्री, पेड़ सहित अन्य कंस्ट्रक्शन में भुगतान किये जायेंगे. पहले चरण में रैयतों को जमीन का मुआवजा दिया जाना है. मंत्रालय की मंजूरी के बाद क्षेत्रीय कार्यालय से 50 करोड़ रुपये मुआवजा के लिए स्वीकृत हो चुका है. दुर्गा पूजा के बाद से भुगतान शुरू कर दिया जायेगा.
-पीआर पांडेय, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआइ, देवघर