मधुपुर . शहर के कोर्ट मोड़ स्थित आंबेडकर प्रतिमा के सामने कौमी इत्तिहाद मोर्चा के तत्वावधान में बसपा के संथाल परगना के प्रभारी ज़ियाउल हक़ उर्फ टार्जन की अध्यक्षता में धरना-प्रदर्शन किया गया, जिसमें महंत यति नरसिंहा नंद के इस्लाम के आखिरी नबी मोहम्मद साहब पर की गयी टिप्पणी का विरोध किया गया, साथ ही देश की एकता, अखंडता, सबका मान, सबका सम्मान बचाये रखने के लिये देश के राष्ट्रपति के नाम अनुमंडल पदाधिकारी को पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा, ज्ञापन के जरिये डासना मंदिर, गाजियाबाद के महंत और उसके शिष्यों के खिलाफ संविधान में उल्लेखित धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गयी. वहीं इस्लाम धर्म के गुरु हजरत मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी व हजरत मौलाना कमरगनी उस्मानी जो जेल में बंद है, उन्हें अतिशीघ्र संविधान प्रावधानों के अनुसार रिहा करने और देश में नफरत फैलाने वाले संगठनों को चिह्नित कर पाबंदी लगाने की मांग है, साथ ही बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर की प्रतिमाओं को सरकार से पूरी सुरक्षा देने को कहा. कहा कि प्रशासन निष्पक्ष होकर किसी भी धार्मिक घटना पर कार्रवाई करे, जिससे देश के कानून, संविधान पर आम लोगों का आस्था बनी रहे. मौके पर मौलाना यासीन फैजी, मो. अख्तर, असगर अंसारी, जसीम अंसारी, जुबेर अनवर, कासिम शेख, मौलाना कासिम, मौलाना वज़ीर, आदि हजारों लोग मौजूद थे.
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