पुरुषोत्तम मास के साथ-साथ बांग्ला सावन का देवघर बाबाधाम में दिख रहा असर, नेपाल और बंगाल से आ रहे कांवरिये

देवघर बाबा मंदिर में मलमास व पुरुषोत्तम मास के साथ-साथ बांग्ला सावन का असर दिख रहा है. बाबा पर जलार्पण के लिए कांवरियों का आना जारी है. इन दिनों अधिकतर नेपाल और बंगाल के कांवरिये बाबा मंदिर पहुंच रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 21, 2023 11:08 AM

Deoghar Baba Dham: पुरुषोत्तम मास के साथ-साथ बांग्ला श्रावण मास (Bangla Sawan) का असर बाबानगरी में दिखने लगा है. अब भी बाबा पर जलार्पण के लिए कांवरियों का आना जारी है. इन दिनों अधिकतर नेपाल और बंगाल के कांवरिये बाबा मंदिर पहुंच रहे हैं. दोनों जगह से आये कांवरियों के इलाके में बांग्ला पंचांग के अनुसार ही पूजा पाठ करने का विधान है. वहीं, बाबा मंदिर में सुबह से ही काफी कम भीड़ देखी गयी. हालांकि, कांवरियों के लिए मानसरोवर तट स्थित ओवरब्रिज गेट से ही सीधे मंदिर में प्रवेश कराने की व्यवस्था जारी रखी गयी. गुरुवार को बाबा मंदिर का पट सुबह करीब 3:25 बजे खुला. मंदिर का पट खुलने के साथ पुजारी ने शृंगार पूजा की सामग्री हटायी. इसके बाद मिट्टी के घड़े से जल अर्पित कर कांचा जल की पूजा की. इस पूजा में बाबा को पूजा सामग्री अर्पित करने के बाद फूल बेलपत्र आदि अर्पित कर भोग लगाया गया. इसके बाद आम लोगों के लिए अरघा लगाकर जलार्पण प्रारंभ कराया. बाबा मंदिर में अहले सुबह पूजा के दौरान विधि व्यवस्था को देखने के लिए एसपी सुभाष चंद्र जाट स्वयं मौजूद रहे.

दान पात्रों से 13.24 लाख से अधिक आमदनी

सावन प्रारंभ होने के बाद बाबा मंदिर के दान पत्र को सात दिन बाद खोला गया. मालूम हो कि इसके पहले 13 जुलाई को खोला गया था. मंदिर प्रांगण स्थित 19 दान पात्रों से कड़ी सुरक्षा घेरे में दंडाधिकारी की मौजूदगी में अधीक्षक सह दीवान सोना सिन्हा की अगुवाई में संतोष पंडित ने दान पात्रों को खाेलना प्रारंभ किया. राशि को सुरक्षा घेरे के बीच मंदिर के प्रशानिक भवन में रखा गया, जिसके बाद इसकी गिनती शुरू हुई. गिनती के उपरांत कुल 13,24,880 रुपये की आमदनी हुई, जिसमें विदेशी मुद्रा के तौर पर नेपाली रुपियां 900 और 20 अमेरिकी डॉलर प्राप्त हुए. इस दौरान बाबा मंदिर के सहायक प्रभारी सुनील कुमार की अगुवाई में सभी कर्मचारी मौजूद रहे.

पैरों से लाचार प्रह्लाद कांवर यात्रा पर पहुंचे बाबाधाम

यूपी के मिर्जापुर निवासी पैरों से लाचार प्रह्लाद कांवर यात्रा पर गुरुवार को बाबाधाम पहुंचे. उन्होंने बताया कि अपनी मनोकामना लेकर चार वर्षों से कांवर यात्रा पर बाबाधाम पहुंचकर बाबा पर जलार्पण कर रहे है. उन्होंने कहा कि अगले जन्म में दिव्यांग नहीं हो, इसकी कामना के साथ वे सुल्तानगंज से जल लेकर पैदल यात्रा कर बाबाधाम पहुंचकर जलार्पण करने आये हैं. उन्होंने कहा कि शनिवार को सुल्तानगंज से जल लेकर चले हैं व शुक्रवार की सुबह बाबा पर जलार्पण करेंगे. बाबा सबकी मनोकामना पूर्ण करते हैं, हमारी भी करेंगे.

Also Read: बाबा मंदिर में दिखने लगा पुरुषोत्तम मास का असर, भक्त चढ़ा रहे रोटी और नारियल

भागवत कथा में पुरुषोत्तम मास का बताया गया महत्व

महिला विकास मंडल व सत्संग भवन की ओर से आयोजित सात दिवसीय भगवत कथा का अयोजन गुरुवार को किया गया. सुबह भागवत शोभा यात्रा श्रीश्याम कीर्तन मंडल से निकाली गयी, जिसे नगर भ्रमण कराया गया. ढोल, नगाड़े के साथ श्रद्धालु झूमते-गाते रहे. वहीं, शाम तीन बजे वृंदावन से आये श्रीहित कुलदीप कृष्ण जी महाराज द्वारा भागवत कथा सुनायी गयी. इस अवसर पर पुरुषोत्तम मास के महत्व के बारे में बताया गया. इस अवसर पर मुख्य यजमान श्याम सुंदर गीता बथवाल थीं. कार्यक्रम में रीता बथवाल, सरला अग्रवाल, प्रमिला बाजला, रेणु सिंहानिया, किरण रूंगटा, रुपा छविछरिया, संगीता अनिल मोदी, संगीता शर्मा, रेखा खेमानी, मुन्नी देवी, सुमित्रा ड्रोलिया सहित अन्य अन्य कई श्रद्धालु मौजूद थे.

मंदिर के आसपास गलियों में नो इंट्री, फिर भी चल रहे टोटो

मलमास मेला में भी टोटोवालों की मनमारी जारी है. बाबा मंदिर के आसपास गलियों व चौक-चौराहों पर नो इंट्री के बाद भी टोटो व ऑटो का जमघट लग रहा है. छोटी-छोटी गलियों में भी टोटो के प्रवेश कर जाने से पैदल चलनेवालों को काफी परेशानी होती है. मंदिर के आसपास की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. टोटो चालक नो इंट्री जोन में भी गाड़ी प्रवेश कर रहे हैं. गुरुवार को कैकई धर्मशाला, लक्ष्मीपुर चौक, चांदनी चौक, शिक्षा सभा चौक से लेकर बुद्धराम साह लेन से टोटो को बेरोकटोक चलते देखा गया. इन्हें पुलिस-प्रशासन का भी भय नहीं सता रहा है. इसका खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है. इन जगहों में पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है. हर आधे घंटा में जाम की स्थिति बन रही है.

Also Read: Kanwar Yatra: प्राचीन काल से चली आ रही है कांवर यात्रा, बाबाधाम आने वाले कांवरियां करते हैं इन नियमों का पालन

Next Article

Exit mobile version