Deoghar News : पत्नी की हत्या की जांच पर पति ने उठाये सवाल, कहा : पीएम रिपोर्ट में भी गड़बड़ी
पाथरौल थाना क्षेत्र के मंझतर गांव निवासी बबीता देवी की हत्या कर साक्ष्य छिपाने के मामले में परिजन पुलिस की जांच पर सवाल उठाने लगे हैं. वहीं परिजनों ने मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को भी गड़बड़ बताया है.
वरीय संवाददाता, देवघर : पाथरौल थाना क्षेत्र के मंझतर गांव निवासी बबीता देवी की हत्या कर साक्ष्य छिपाने के मामले में परिजन पुलिस की जांच पर सवाल उठाने लगे हैं. वहीं परिजनों ने मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को भी गड़बड़ बताया है. इस संबंध में मृतका के पति धर्मेंद्र महतो ने अनुसंधान में लापरवाही बरतने को लेकर एसपी कार्यालय में दो बार आवेदन देकर न्याय की गुहार लगा चुके हैं. इसकी प्रतिलिपि उसने डीजीपी सहित आइजी व डीआइजी को भेजी है. धर्मेंद्र ने आरोप लगाया है कि केस के अनुसंधानकर्ता आरोपितों को बचाने में लगे हैं. ठीक से उनके गवाहों का बयान भी नहीं लिये हैं. साथ ही उसने कहा है कि उसकी पत्नी का शव दोपहर करीब 1:30 बजे पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा था, जबकि पोस्टमार्टम करने का समय रिपोर्ट में 12:25 बजे दर्शाया गया है. उसने कहा है कि पोस्टमार्टम के पूर्व सदर अस्पताल के पीएम हाउस में पत्नी के शव का रखा हुआ फोटो उसके पास है, जिसमें समय स्पष्ट दिख रहा है. धर्मेंद्र के अनुसार चार जनवरी 2025 को उसकी पत्नी बबीता देवी को मोबाइल पर 3.34 बजे मंटू यादव की पत्नी शोभा देवी ग्राम माझतर से बात हुई और उसने किसी काम से बुलायी थी. इसके बाद बिना मोबाइल लिए उसकी पत्नी घर से निकली थी. पुनः सुबह करीब 7.12 व करीब 3.36 में वाट्सएप पर मिस कॉल भी आया था. पत्नी के मोबाइल में चार जनवरी को 3.38 बजे से रात 7.39 बजे तक लगभग 41- 42 बार मिस्ड कॉल आया. इसी बीच छह जनवरी की सुबह उसकी पत्नी का शव लछनाडीह गांव के सिंचाई कुएं से बरामद हुई. उसका आरोप है कि अन्य अज्ञात आरोपितों की मदद से दोनों नामजद आरोपितों ने उसकी पत्नी की हत्या कर साक्ष्य छिपाने की नीयत से कुंए में फेंक दिया था. करौं थाने में दर्ज कांड में उसने मंझतर निवासी मंटू यादव, उसकी पत्नी शोभा देवी व अन्य अज्ञात को आरोपित बनाया है. मामले में उसने उच्चाधिकारियों से न्याय दिलाने का आग्रह किया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है