भारत जोड़ो यात्रा के तहत कांग्रेस सांसद राहुल गांधी झारखंड पहुंचे हैं. राहुल गांधी की यात्रा दो फरवरी को पाकुड़ से शुरू हुई. तीन फरवरी को वे देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर पहुंचे.
देवघर में कांग्रेस सांसद ने पूरे विधि-विधान से बाबा वैद्यनाथ की पूजा अर्चना की. इस दौरान राहुल गांधी गुलाबी रंग की धोती और गमछे में नजर आएं.
मालूम हो कि राहुल गांधी पहली बार देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर पहुंचे हैं. मंदिर के पुरोहितों ने उनसे पूरे विधि-विधान और मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना कराई.
राहुल गांधी के आगमन पर उनके स्वागत में बाबा मंदिर वीआईपी गेट से लेकर मंदिर प्रशासनिक भवन एवं मंदिर को फूलों से सजाया गया. इसके लिए बड़े वाहनों में भारी मात्रा में फूल लाये गये थे.
राहुल गांधी ने बाबा बैद्यनाथ मंदिर में करीब 30 मिनट तक पूजा-अर्चना की. बाबा मंदिर प्रभारी सह एसडीएम दीपांकर चौधरी ने बताया कि इस दौरान राहुल गांधी की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा गया था.
बाबा मंदिर में राहुल गांधी के कार्यक्रम को देखते हुए एक बजे से बाबा मंदिर में आम भक्तों की इंट्री पर रोक लगा दी गई थी. वहीं मंदिर में पंडा पुरोहितों ने अपने-अपने तय मंदिर में बैठकर राहुल गांधी का अभिवादन किया. उनके मंदिर से लौटने के बाद फिर आम भक्तों की इंट्री प्रारंभ कर दी गई.
बता दें कि बाबा मंदिर में राहुल गांधी को थोड़ी परेशानी भी झेलनी पड़ी. दरअसल, मंदिर में प्रवेश करते ही राहुल गांधी के चारों ओर भीड़ इकट्ठा हो गई. इस दौरान भीड़ मोदी-मोदी के नारे लगा रही थी.
बाबा मंदिर में पूजा अर्चना के बाद राहुल गांधी टावर चौक देवघर से वीर कुंवर सिंह चौक तक रोड शो करते हुए पहुंचे. अपने भाषण में उन्होंने कहा कि पूरे हिंदुस्तान का एक्स-रे होना चाहिए. जातिगत जनगणना हो ताकि पता चले किसकी कितनी भागीदारी है.
राहुल गांधी की बड़ी बातें
देश को जोड़ना है सबको एक साथ लाना है.
कांग्रेस पार्टी सामाजिक न्याय की बात करती है.
बीजेपी वालों की नफरत की दुकान बंद करके मोहब्बत की दुकान खोलने आए हैं.
देश का जो बजट बनाते हैं, उन अफसर में 90 में से तीन पिछड़े, तीन दलित और तीन ही आदिवासी हैं.
देश के युवा रोजगार चाहते हैं, लेकिन पूरे देश में नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने बेरोजगारी की बीमारी फैला रखी है.
देश में नफरत भरी विचारधारा जो है, उसके खिलाफ मैं खड़ा हूं.