देवघर साइबर थाने की पुलिस ने प्रतिबिंब एप के सहारे सोनारायठाढ़ी थाना क्षेत्र के चंदना सहित सारवां थाना क्षेत्र के चरघरा व कुंडा थाना क्षेत्र के कांशीडीह गांव में छापेमारी की. इस दौरान साइबर ठगी के आरोपी सात लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने इनलोगों के पास से 13 मोबाइल फोन सहित 18 सिम कार्ड व दो पासबुक बरामद किये हैं. गिरफ्तार आरोपितों में सोनारायठाढ़ी थाना क्षेत्र के खोपचवा गांव निवासी करन कुमार, डुमरिया गांव निवासी मंगल कुमार राणा, कुंडा थाना क्षेत्र के ठाढ़ीदुलमपुर गांव निवासी मुन्ना कुमार दास, कुंडा के ही कांशीडीह गांव निवासी विवेक कुमार दास व सारवां थाना क्षेत्र के चरघरा गांव निवासी विकास कुमार दास शामिल हैं. पुलिस की पूछताछ में इन आरोपितों ने अपराध में संलिप्तता स्वीकारते हुए बताया कि वे लोग फोन-पे व पेटीएम का फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर उपभोक्ताओं को कैश बैक का झांसा देते थे. इसी क्रम में उपभोक्ताओं से फोन-पे गिफ्ट कार्ड क्रिएट कराकर डिटेल्स प्राप्त कर ठगी करते थे. वहीं विभिन्न बैंकों के अधिकारी बनकर एटीएम बंद होने व चालू कराने का झांसा देकर ठगी करते थे. साथ ही फर्जी क्रेडिट कार्ड पदाधिकारी बनकर केवाइसी अपडेट का झांसा देकर उपभोक्ताओं के एकाउंट से ठगी कर लेते हैं. गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश कराया. कोर्ट के निर्देश पर साइबर थाने की पुलिस ने आरोपितों को न्यायिक हिरासत में देवघर सेंट्रल जेल भेज दिया.
लोगों को चकमा देकर साइबर ठगी का आरोपी थाने के बाहर से फरार
फल विक्रेता के बैंक खाते से रुपये उड़ाने के मामले में लोगों ने सारठ के एक युवक को धर दबोचा. आरोपी को लोग नगर थाना ला रहे थे कि, थाना घुसने से पहले आरोपी युवक लोगों को चकमा देकर गाड़ी से उतरकर फरार हो गया. जानकारी के मुताबिक विक्रेता के स्टाफ के जीजा ने किसी से उसके खाते में 38 हजार रुपये मंगवाये थे. 15 हजार रुपये की निकासी करने के बाद शेष 23 हजार रुपये जीजा के कहने पर विक्रेता द्वारा एक क्यूआर के माध्यम से दूसरे के खाते में भेजा था. दूसरे दिन फल विक्रेता के बैंक खाते को होल्ड कर दिया गया. खोजबीन करने के बाद साइबर ठगी का मामला सामने आया था.
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