देवघर :
बाबा नगरी में हर पर्व की शुरुआत बाबा मंदिर से होती है. इसी परंपरा के तहत रक्षा बंधन का पर्व भी बाबा मंदिर से आरंभ किया गया. सुबह पट खुलने पर सबसे पहले बाबा का कांचा जल पूजन हुआ, जिसमें दो दर्जन से अधिक पुरोहित शामिल हुए. इसके बाद पुजारी गुड्डू श्रृंगारी ने बाबा को फूलेल और रक्षा सूत्र अर्पित कर विश्व की रक्षा की कामना की. हालांकि, सूर्योदय के साथ भद्र लगने के कारण रक्षा बंधन का उत्सव डेढ़ बजे से शुरू हुआ. इस समय भाई बहन के घर जाकर राखी बंधवाने लगे. बहनों ने सबसे पहले भाइयों का तिलक कर लंबी उम्र की कामना की और राखी बांधी. भाइयों ने बहनों की रक्षा करने का वचन दिया. इस अवसर पर बहनों ने भाइयों को मिठाई खिलाई और विभिन्न मिष्ठान्न व पकवान परोसे, वहीं भाइयों ने अपनी इच्छा के अनुसार बहनों को उपहार दिये.बच्चे दिखे उत्साहित
रक्षा बंधन को लेकर शहर में खासा उत्साह दिखा. इसमें सबसे अधिक छोटे बच्चे उत्साहित दिखाई दे रहे थे. बचेच बहन से राखी बंधवाने के बाद बहन को चॉकलेट एवं खिलौने देते दिखे. वहीं बहन भी अपने नन्हें भाई का ख्याल कर काफी लाड कर प्यार करते दिख रही थी. बच्चे सुबह से ही नये-नये कपड़े पहनकर एक दूसरे को दिखाते हुए उत्साहित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है