देवघर : त्रिकुट रोपवे हादसा मामले में रोपवे संचालन करने वाली कंपनी दामोदर रोपवे ने नौ फरवरी 2024 काे झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (जेटीडीसी) को एक तकनीकी रिपोर्ट सौंपी है. दामोदर रोपवे के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट महेश महाता के अनुसार, जेटीडीसी को सौंपी गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि यह घटना रेयरेस्ट ऑफ रेयर है. सभी तरह की नॉर्मल टेस्टिंग से भी स्टील निर्माण की अवस्था में हाइड्रोजन इंक्लूजन पकड़ में नहीं आ सकी, जो हादसे का कारण बना. इसके अतिरिक्त भी टेंशनिंग, ग्रीस आदि से संबंधित सभी जवाब रोपवे कंपनी की तरफ से जेटीडीसी को उपलब्ध करा दिये गये हैं. रोपवे कंपनी ने जेटीडीसी को यह बताया है कि दामोदर रोपवे अपने खर्चे पर रोपवे का संचालन दोबारा शुरू करने को तैयार है. इस मामले में जेटीडीसी द्वारा झारखंड हाइकोर्ट में भी जवाब दाखिल किया गया है.
हादसे के बाद 10 हजार लोग रोजगार से वंचित
त्रिकुट रोपवे दुर्घटना 10 अप्रैल 2022 को हुई थी. इस हादसे के दौरान एक की मौत हुई थी, जबकि दो लोगों की मौत रेस्क्यू के दौरान हो गयी थी. हादसे के 22 महीने बीत गये हैं, लेकिन रोपवे को दोबारा चालू नहीं किया जा सका. रोपवे चालू नहीं होने की वजह से करीब 10 हजार लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जुड़े थे. रोपवे बंद रहने से त्रिकुट आने वाले पर्यटकों की संख्या भी 75 फीसदी घट गयी है. रोपवे बंद रहने से दुकानदार, फोटोग्राफर, टूरिस्ट गाइड, सुरक्षा गार्ड, वाहन चालक आदि बेरोजगार हो गये हैं. हालांकि त्रिकुट रोपवे को दोबारा चालू करने की मांग देवघर को विधायक नारायण दास ने विधानसभा में भी कई बार उठाया है.