MGNREGA में राशि गबन और अनियमितता के पुराने मामले में रिटायर्ड जूनियर इंजीनियर गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

मनरेगा में राशि गबन और अनियमितता के आरोप में रिटायर्ड जूनियर इंजीनियर सिधेश्वर महतो को देवघर के सारठ से पुलिस ने गिरफ्तार किया है. 12 साल पुराने मामले में रिटायर्ड जूनियर इंजीनियर की गिरफ्तारी हुई है. इस मामले में एक मेट नेहरू यादव भी गिरफ्तार हुआ है.

By Samir Ranjan | October 17, 2022 8:13 PM
an image

Jharkhand News: देवघर जिला अंतर्गत सारठ प्रखंड की नवादा पंचायत में मनरेगा (MGNREGA) में राशि गबन एवं अनियमिता को लेकर 12 वर्ष पूर्व दर्ज एक मामले में रिटायर्ड जूनियर इंजीनियर सिधेश्वर महतो को सारठ थाना की पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं, इस मामले में उबिया गांव से मेट नेहरू यादव को भी गिरफ्तार किया गया है.

नवादा पंचायत में मनरेगा में अनियमितता का मामला

इस मामले को लेकर बताया गया कि सारठ प्रखंड की नवादा पंचायत में मनरेगा में अनियमितता को लेकर तत्कालीन विधायक शशांक शेखर भोक्ता की शिकायत पर जिला स्तर से टीम बना कर नवादा पंचायत के मनरेगा के तहत पांच योजना का स्थलीय जांच किया गया था. इस जांच में कार्य से अधिक राशि निकासी एवं योजना में अनियमितता का मामला उजागर होने के बाद डीसी एवं डीडीसी द्वारा सारठ बीडीओ को संबधित योजना में संलिप्त पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया गया.

पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

उक्त आदेश के आलोक में तत्कालीन बीडीओ अमित कुमार द्वारा जूनियर इंजीनियर, मुखिया, रोजगार सेवक, पंचायत सचिव, बिचौलियों एवं मेट पर सारठ थाना में कांड संख्या 59/2012 भादवी की धारा 420, 406, 409, 467 के तहत मामला दर्ज कराया गया था. इस मामले में कुल पांच प्राथमिक अभियुक्त तथा दो अप्रथमिक अभियुक्त थे, जिसमें तीन फरार चल रहे हैं और एक फरार आरोपी की मृत्यु हो चुकी है.

Also Read: Cyber Crime के खिलाफ पुलिस का लगातार अभियान, देवघर में सितंबर माह तक 239 Cyber Criminals गिरफ्तार

रिटायर्ड जूनियर इंजीनियर समेत मेट गिरफ्तार

इधर, 12 साल बाद इस मामले में रिटायर्ड जूनियर इंजीनियर सिधेश्वर महतो को देवघर स्थित घर से सारठ थाना प्रभारी शैलेस कुमार, एसआई प्रवीण कुमार दल-बल के साथ गिरफ्तार किया है, जबकि दूसरे आरोपी मेट नेहरू यादव को उबिया गांव से गिरफ्तार किया गया. इस मामले को लेकर गिरफ्तार रिटायर्ड जूनियर इंजीनियर सिधेश्वर महतो ने बताया कि उक्त मामले में तत्कालीन एसपी एवं एसडीपीओ द्वारा पर्यवेक्षण कर उन्हें दोषमुक्त कर दिया था. इसके बावजूद इस मामले में रिटायर्ड जूनियर इंजीनियर का नाम जोड़ना और उसे गिरफ्तार करने के मामले को लोग समझ नहीं पा रहे हैं.

रिपोर्ट : मिथिलेश सिन्हा, सारठ, देवघर.

Exit mobile version