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मोरल वैल्यू पर आधारित है आरके मिशन की शिक्षा व्यवस्था : स्वामी शुकदेवानंद

रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ के प्रांगण में गुरुवार से चार दिवसीय द्वि-वार्षिक शैक्षिक प्रदर्शनी 'बाइनियल एजुकेशनल एक्जीविशन 2024' की शुरुआत हुई, जो 24 नवंबर तक चलेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | November 21, 2024 8:34 PM

वरीय संवाददाता, देवघर : रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ के प्रांगण में गुरुवार से चार दिवसीय द्वि-वार्षिक शैक्षिक प्रदर्शनी ”बाइनियल एजुकेशनल एक्जीविशन 2024” की शुरुआत हुई, जो 24 नवंबर तक चलेगी. प्रदर्शनी का शुभारंभ रामकृष्ण मिशन शारदापीठ, बेलूर मठ के सचिव स्वामी शुकदेवानंद जी महाराज सहित विशेष अतिथि देवसंघ सेवा प्रतिष्ठान के सचिव असीम कुमार चटर्जी व पीएनबी देवघर बाजार शाखा के वरीय प्रबंधक शिवलाल दास ने संयुक्त रूप से किया. इस अवसर पर स्वामी शुकदेवानंद जी महाराज ने स्वामी विवेकानंद को उद्धृत करते हुए नेशनल एजुकेशन पॉलिसी पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का मूल सूत्र स्वामी विवेकानंद के शैक्षणिक दर्शन पर आधारित है. संस्थान की उपलब्धियों को गिनाते हुए स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों को अपनाने की बात कही. उन्होंने मॉडल निर्माण के लिए बच्चों की तारीफ करते हुए कहा कि यहां की शिक्षा व्यवस्था मॉडल एजुकेशन है. यह मोरल वैल्यू पर आधारित है, इसलिए यह संस्था अन्य संस्थाओं से अलग है. यहां के छात्रों का मूल्यांकन ग्लोबल स्तर का है. यहां के छात्रों ने आइआइटी व सिविल सर्विसेज के क्षेत्र में बेहतर उपलब्धि हासिल की है. रामकृष्ण मिशन देवघर के सचिव स्वामी जयंतानंद जी महाराज ने अतिथियों का स्वागत किया. प्राचार्य स्वामी दिव्यसुधानंद जी महाराज ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के मानव निर्माण शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए स्वामी शुकदेवानंद जी महाराज ने जीवन समर्पित किये हैं. प्राचार्य ने कहा कि आरके मिशन विद्यापीठ देवघर में इनका पहुंचना सौभाग्य की बात है. इनके मार्गदर्शन से विद्यापीठ को नयी दिशा मिलेगी. मंच संचालन शिक्षक पार्थो सेन ने किया. मौके पर एक्जीविशन के पैनल जज सीबीएसइ सहोदया स्कूल काॅम्प्लेक्स देवघर के अध्यक्ष रामसेवक सिंह गुंजन व डिपसर के सहायक प्रोफेसर कुमुद रंजन झा सहित काफी संख्या में विद्यापीठ के सन्यासी, ब्रह्मचारी, शिक्षक, विद्यार्थी, विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं व अभिभावक आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन विद्यापीठ के स्कूल अधीक्षक सह फेकल्टी मेंबर कंचन बनर्जी ने किया. पहले दिन आमलोगों के लिण् प्रदर्शनी 3:00 से 4:30 बजे तक खुली रही. वहीं 22 नवंबर से 24 नवंबर तक सुबह 11:45 से 4:30 बजे तक खुली रहेगी.

प्रदर्शनी में हरेक डिपार्टमेंट के लगे हैं मॉडल

: प्रदर्शनी में विद्यापीठ के छात्रों ने न सिर्फ साइंस से जुड़े मॉडल को प्रदर्शित किया है, बल्कि बॉयोलॉजी, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स, फिजिक्स, कंप्यूटर, आर्ट्स, रक्षा, लिटिल साइंटिस्ट, जियोनॉमिक्स, वाइल्ड लाइफ, हिस्ट्री एंड सोसियोलॉजी, लिट्रेचर, स्पोर्ट्स, विवेकानंद बाल केंद्र, गेस्ट स्कूल, रामकृष्ण मिशन मूमेंट, लिटिल ह्यमनिस्ट, इंटरटेनमेंट एंड म्युजिक आदि से जुड़े मॉडल प्रदर्शित किये गये.

प्रदर्शनी के विशेष आकर्षण

-बिरला औद्योगिक एवं प्रौद्योगिकी संग्रहालय, कोलकाता से मोबाइल विज्ञान प्रदर्शनी की बसें

-एनआइटी, पटना के तत्वावधान में एस्टोमवर्स इनोवेशन द्वारा वर्चुअल रियलिटी और संवर्धित वास्तविकता परियोजनाएं

-हस्तशिल्प सेवा केंद्र, देवघर, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शिल्प जागरुकता और प्रदर्शन कार्यक्रम

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– रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ में द्वि-वार्षिक शैक्षिक प्रदर्शनी बाइनियल एजुकेशनल एक्जीविशन 2024 का शुभारंभ

– प्रदर्शन में छात्रों ने लगाये हैं आकर्षक मॉडल

– 24 नवंबर तक चलेगी प्रदर्शन

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