चितरा . भवानीपुर गांव के विस्थापित ग्रामीणों ने गांव में नियमित रूप से जलापूर्ति नहीं होने पर आक्रोशित होकर शुक्रवार को कोलियरी सड़क को जाम कर दिया आवागमन ठप कर दिया, जिससे दमगढ़ा पैच से उत्खनन किये गये कोयला व ओबी सात नंबर डंप तक बड़े वाहनों का परिचालन प्रभावित हो गया. इतना ही नहीं ग्रामीणों के साथ वार्ता के लिए कोलियरी प्रबंधन की ओर से किसी अधिकारी के नहीं पहुंचने पर भी ग्रामीणों ने रोष जताया. इस संबंध में चितरा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सुजीत रजक ने कहा कि कोलियरी प्रबंधन की ओर से पिछले तीन माह से सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है, कि पाइप लाइन के द्वारा गांव के तालाब में जलापूर्ति की जायेगी. लेकिन इस दिशा में अब तक तक कोई पहल नहीं की गयी है, जिससे ग्रामीणों को इस भीषण गर्मी में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कहा कि गांव में दो टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति की जाती है, जिससे ग्रामीणों का काम नहीं हो पाता है. कहा कि कोलियरी प्रभावित इस गांव में न तो पेयजल की सुविधा है और ना ही नहाने और कपड़े धोने के लिए पानी है. कहा कि गांव में एक तालाब है, जिसमें कोलियरी द्वारा पाइप लाइन के माध्यम से पानी आपूर्ति की जाती थी. वह भी कई महीनों से बंद है. ग्रामीणों ने बताया कि कोलियरी प्रबंधन ने जलापूर्ति के नाम पर सालाना करोड़ों रूपये खर्च करती है. लेकिन जरूरतमंदों को आये दिन पानी के लिए तरसना पड़ता है. ग्रामीणों ने यह भी कहा कि जब तक गांव के तालाब में पाइप लाइन द्वारा जलापूर्ति नहीं की जायेगी, तब तक कोलियरी की इस सड़क पर आवागमन होने नहीं दिया जायेगा. समाचार लिखे जाने तक डंपरों का परिचालन ठप रहा, जिससे कोलियरी प्रबंधन व आउटसोर्सिंग कंपनी को आर्थिक नुकसान होने की बता कही गयी. इस मौके पर जयराम रजक, सुकुमार मंडल, पंकज राय, रंजीत रजक, जवाहर राय, बीरू राय, मुकेश मंडल, भाजू रजक, संजीत रजक, मंजय राय, मुन्ना राय, मनोज राय, मदन राय, प्रकाश राय समेत अन्य उपस्थित थे.
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