देवघर-जसीडीह रेल बाइपास के प्रोजेक्ट में रोहिणी स्टेशन को विकसित किया जायेगा. देवघर स्टेशन से आसनसोल व हावड़ा आने-जाने वाली ट्रेनें सीधे रोहिणी स्टेशन पर रुकेंगी. इसे देखते हुए रेलवे ने कुमड़ाबाद रोहिणी हॉल्ट को स्टेशन के रूप में विकसित करने की योजना बनायी है. इस प्रोजेक्ट में रोहिणी स्टेशन में दोनों प्लेटफॉर्म की लंबाई 100 मीटर बढ़ायी जायेगी. रोहिणी स्टेशन में स्थायी तौर पर स्टेशन मास्टर की नियुक्ति की जायेगी. इस वर्ष सितंबर तक रोहिणी स्टेशन का विस्तार करते हुए तैयार कर लिया जायेगा. प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद देवघर स्टेशन से खुलने वालीं दुमका-रांची इंटरसिटी, बांका-अंडाल पैसेंजर ट्रेनें सीधे रोहिणी स्टेशन पर रुकेंगी. आने वाले समय में कई लंबी दूरी की ट्रेनों का ठहराव भी रोहिणी स्टेशन पर होगा. रोहिणी स्टेशन में यात्री सुविधा जैसे पेयजल, लाइट व वेटिंग रूम आदि विकसित किये जायेंगे.कुल 60 करोड़ रुपये की लागत देवघर रेल लाइन के किनारे से अतिरिक्त नयी रेल लाइन बनायी जा रही है. यह रेल लाइन जसीडीह-आसनसोल रेल खंड में जोड़ा जायेगा, इस रेल लाइन का काम शुरू कर दिया गया है.
देवघर-जसीडीह रेल बाइपास के प्रोजेक्ट में रोहिणी स्टेशन को भी विकसित करना है. देवघर से हावड़ा व रांची की ओर जाने वाली ट्रेनों का इंजन बदलने के लिए ट्रेनों को जसीडीह नहीं जाना पड़ेगा, इसलिए अब रोहिणी में ट्रेनों का ठहराव बढ़ेगा. लंबी दूरी की ट्रेनों की संख्या भी बढ़ेगी. रोहिणी स्टेशन में यात्री सुविधा भी बढ़ेगी. अमृत भारत स्टेशन से शंकरपुर स्टेशन भी विकसित होने वाली है, इससे जसीडीह स्टेशन में ट्रेनों का बोझ व ट्रैफिक कम होगा.
– डॉ निशिकांत दुबे, सांसद, गोड्डा
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